धनबाद: केंद्र सरकार की ओर पारित किए गए कृषि कानून के खिलाफ आज विपक्षी दलों के साथ-साथ किसानों ने दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को छोड़कर देश में चक्का जाम किया है. इस चक्का जाम के समर्थन में आज जिले के रणधीर वर्मा चौक पर भी वामदलों ने एक रैली निकाल कर और किसानों का समर्थन किया.
जिला के रणधीर वर्मा चौक पर मासस सहित अन्य वामदलों ने किसानों के समर्थन में आज एकजुटता रैली निकाली गई. मासस जिला अध्यक्ष हरिप्रसाद पप्पू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार कृषि कानून को लाकर किसानों को बंधुआ बनाना चाहती है, किसानों की जमीन हड़पना चाहती है. उन्होंने कहा कि सिर्फ पूंजीपतियों को लाभ दिलाने के लिए ही केंद्र सरकार की ओर से यह कानून लाया गया है.
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सरकार जल्द से जल्द इस कानून को वापस ले वरना किसान आंदोलन करते रहेंगे और हमारा भी समर्थन किसानों को मिलता रहेगा. इस एकजुटता रैली में मासस, सीपीएम, सीटू दलों के नेताओं ने लाल झंडा के बैनर तले केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए. केंद्र सरकार से जल्द से जल्द इस कानून को वापस लेने की मांग की.
किसान आंदोलन समर्थन को लेकर निरसा में भी चक्का जाम
किसान आंदोलन के 73वें दिन भी पूरे भारतवर्ष में सभी राज्यों में संयुक्त मोर्चा के बैनर तले 3 घंटे तक चक्का जाम करने का निर्णय लिया गया था. धनबाद के निरसा में भी इसका असर देखने को मिला संयुक्त मोर्चा के बैनर तले निरसा चौक पर निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया और चक्का जाम किया गया.
जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई चटर्जी ने बताया कि केंद्र सरकार इस कानून को वापस ले. आज हमारे देश के अन्नदाता पिछले 73 दिनों से अपनी मांगों को लेकर इस कंपकंपाती ठंड में खुले आसमान के नीचे अपनी मांग को लेकर डटे हैं.