धनबाद: जिले के प्रतिष्ठित निजी स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों की जान खतरे में है. उन्हें जान अपनी हथेली पर रख कर स्कूल जाना पड़ता है. नियमों को ताक पर रख कर बच्चों को स्कूल वैन में बैठाया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला धनबाद के रणधीर चौक पर देखने को मिला है. वैन में बैठे बच्चों का वीडियो देख कर आप भी इस सुरक्षा व्यवस्था से हतप्रभ हो जाएंगे.
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स्कूल वैन की गेट टूटी हुई थी और वैन के अंदर बच्चे बैठे हुए थे. इसके साथ ही वो टूटे हुए गेट को भी अपने हाथों में पकड़े हुए थे. ड्राइवर गाड़ी को बड़े आराम से चला रहा था, बच्चों की जान की थोड़ी भी चिंता नहीं दिखी. हद तो तब हो गई जब रणधीर चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान ने भी स्कूल की गाड़ी को रोकना मुनासिब नहीं समझा. इन्होंने वैन के टूटे गेट को देख कर भी उसे जाने दिया.
वहीं दूसरी तरफ इस पूरे मामले के लेकर निरसा के पूर्व विधायक अरुप चटर्जी ने कहा कि बच्चों को स्कूल तक लाने और ले जाने के लिए जिन वाहनों का इस्तेमाल किया जाता है. उसके लिए कोई भी मानक का ख्याल नहीं रखा जाता. कई स्कूलों में इस तरह के मामले देखने को मिलते हैं. बड़े अधिकारियों के वाहन तीन साल में हटा दिए जाते हैं और उन्हें नए वाहन आसानी से मिल जाते हैं. जिनकी वैद्यता तीन साल की होती है. ऐसे में सरकार को बच्चों के स्कूल वाहनों की सुरक्षा का ध्यान देने की विशेष जरूरत है.