धनबादः जिले के बीसीसीएल बरोरा क्षेत्र संख्या एक अंतर्गत मुराईडीह भूमिगत खदान मॉइनप कंपनी में सुरक्षा नियमों को दरकिनार कर कार्य कराया जा रहा है. ऐसे में कार्य कर रहे मजदूरों के साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. कंपनी के कार्य करवाने का तरीका देख ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी को मजदूरों के जीवन से कोई वास्ता नहीं है. यहां के मजदूरों की विवशता ऐसी की मजदूर अपनी जान हथेली पर रख कर कंपनी में कार्य करने को विवश हैं.
ये भी पढे़ं-सेल के टासरा ओपन कास्ट परियोजना में हैवी ब्लास्टिंग से धंसी जमीन, लोगों में दहशत
बगैर सेफ्टी बेल्ट के क्रेन से लटका मजदूरों से लिया जाता है कामः कंपनी में कार्य के दौरान मजदूर को एक क्रेन का हुक हाथ में पकड़ा कर उसे ऊपर उठाते हुए शेल्टर (कार्मिक शेड) के ऊपर रखा जाता है, ताकि मजदूर कार्मिक शेड के ऊपर क्रेन का हुक फंसा सके. आश्चर्य की बात यह है कि जिस मजदूर को क्रेन के सहारे हवा में लटकाया जा रहा था. उस मजदूर के पास न तो सेफ्टी बेल्ट थी और न ही ही सुरक्षा के कोई अन्य उपाय. क्रेन और शेल्टर को बेल्ट से हुक के माध्यम से एक जगह से दूसरे जगह शिफ्ट करने के दौरान मजदूर कई बार गिरते-गिरते बचते हैं. ऐसे में अगर कोई अनहोनी हो जाए तो जवाबदेही किसकी होगी यह भूमिगत खदान संचालक कंपनी या बीसीसीएल पर बड़ा सवाल है ?
कंपनी ने दोषी कर्मी को दो दिनों के लिया सस्पेंडः मामले को लेकर मॉइनप कंपनी के एचआर मनीष झा ने कहा कि मामले पर संज्ञान लेते हुए कार्य कराने वाले कर्मी को तत्काल दो दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. कंपनी मजदूरों की सुरक्षा का हमेशा ख्याल रखती है, लेकिन कुछ कर्मियों की वजह से परेशानी उठानी पड़ती है. कार्य कराने वाले कर्मी को फटकार भी लगाई गई है. कार्य कराने वाले कर्मी ने अपनी गलती भी स्वीकार की है, ताकि आगे से मजदूरों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ ना हो. आगे से सुरक्षा का बेहतर ख्याल रखा जाएगा. मजदूर ही कंपनी का सारा काम करते हैं. मजदूर की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है.