धनबाद: शनिवार की रात झरिया के हामिद नगर में दो अवैध गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई अर्ध निर्मित और निर्मित हथियार बरामद किए थे. पुलिस को आशंका है कि लोकसभा चुनाव में इसका उपयोग किया जा सकता था.
धनबाद पुलिस अवैध हथियार खरीदकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देनेवालों का नाम खुलासा करने वाली है, साथ ही पुलिस को जानकारी मिली है, कि फैक्ट्री से अवैध हथियार का खरीददार कुछ सफेदपोश नेता भी हैं, जिनके नामों का खुलासा जल्द किया जा सकता है.
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि लोकसभा चुनाव में इन हथियारों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने की आशंका थी, जिसकी जांच फिलहाल चल रही है, साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों को इन आरोपियों के द्वारा हथियारों की सप्लाई की गयी थी, उनमें से कुछ नाम पुलिस के हाथ लगे हैं, जिसका जल्द ही पता लगा लिया जाएगा.
शनिवार रात हुई थी छापेमारी
झरिया थाना पुलिस ने सूचना के आधार पर शनिवार की रात हामिद नगर में चल रहे दो गन फैक्ट्री में छापेमारी की थी.
मौके से कई हथियार बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 45 देसी पिस्टल,95अर्द्ध निर्मित पिस्टल,112 मैगजीन,35 जिंदा गोली,135 अर्ध निर्मित मैगजीन,110 अर्द्ध निर्मित बैरेल के अलावा लेथ मशीन सहित कई उपकरण बरामद किए थे.
शब्बीर था सरगना का मालिक
इस अवैध गन फैक्ट्री का मुख्य सरगना शब्बीर था, जिसे पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया था, इसके अलावा चार कारीगर और एजेंट राजन पासवान को भी पुलिस ने धर दबोचा है. गिरफ्तार लोगों के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं.
दूसरे राज्यों में भी करता था हथियार सप्लाई
एसएसपी किशोर कौशल ने जानकारी दी कि इस सरगना को एक पिस्टल बनाने में डेढ़ से दो दिनों का समय लगता था. कुछ लोग बनाने का काम करता और कुछ लोग बिक्री करने का काम किया करता था. पिस्टल बनाने का पूरा काम घर के नीचे बने तहखाने में किया जाता था, साथ ही उन्होंने बताया कि यह सरगना दूसरे राज्यों में भी निर्मित पिस्टल की सप्लाई करता था.