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सिंफर की तानाशाही रवैये के खिलाफ प्रदर्शन, हटाए गए 17 कर्मियों की वापसी की मांग - भारतीय औद्योगिक अनुसंधान श्रमिक संघ ने प्रबंधन की तानाशाही रवैया के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया

धनबाद के सिंफर परिसर के मुख्य गेट पर भारतीय औद्योगिक अनुसंधान श्रमिक संघ ने प्रबंधन की तानाशाही रवैया के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. 3 महीने पहले सिंफर से हटाए गए 17 कर्मियों को वापस काम पर रखने की मांग संघ के नेताओं ने की है. नेताओं ने मांगे पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.

सिंफर की तानाशाही रवैये के खिलाफ प्रदर्शन, हटाए गए 17 कर्मियों की वापसी की मांग
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Published : Jan 24, 2020, 1:58 PM IST

धनबाद: भारतीय औद्योगिक अनुसंधान श्रमिक संघ के बैनर तले सिंफर के कर्मचारियों ने सिंफर के मुख्य गेट पर एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान प्रबंधन विरोधी नारे भी लगाए गए. संघ के नेताओं का कहना है कि सिंफर प्रबंधन ने गलत आरोप लगाकर बिना किसी नोटिस के 3 महीने पहले 17 कर्मचारियों को हटा दिया था.

देखें पूरी खबर

और पढ़ें- लोहरदगा में अलर्ट पर पुलिस-प्रशासन, 12 DSP की सरकार ने की प्रतिनियुक्ति

वृहद आंदोलन की चेतावनी

इस संबंध में प्रबंधन से तीन बार वार्ता भी की गई. आरएलसी की ओर से सिंफर प्रबंधन की इस कार्रवाई को असंवैधानिक करार दिया गया है. बावजूद इसके प्रबंधन इस मामले पर कोई भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं कर रही है. संघ का आरोप है कि 20 वर्षों से कर्मियों को मिलने वाली मेडिकल सुविधा और बच्चों की पढ़ाई की सुविधा भी समाप्त कर दिया गया है, जो असंवैधानिक और गैरकानूनी है. सिंफर से हटाए गए 17 कर्मियों को वापस कार्य पर रखने की मांग संघ ने की है. मांगे पूरी नहीं होती होने पर वृहद आंदोलन की चेतावनी संघ ने दी है.
बता दें कि 3 महीने पहले कुछ कर्मियों ने सिंफर परिसर में हंगामा किया था, जिसके बाद प्रबंधन ने 17 कर्मियों के ऊपर कार्रवाई की थी. अब उन 17 कर्मियों को लेकर भारतीय मजदूर संघ और सिंफर प्रबंधन आमने-सामने है.

धनबाद: भारतीय औद्योगिक अनुसंधान श्रमिक संघ के बैनर तले सिंफर के कर्मचारियों ने सिंफर के मुख्य गेट पर एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान प्रबंधन विरोधी नारे भी लगाए गए. संघ के नेताओं का कहना है कि सिंफर प्रबंधन ने गलत आरोप लगाकर बिना किसी नोटिस के 3 महीने पहले 17 कर्मचारियों को हटा दिया था.

देखें पूरी खबर

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वृहद आंदोलन की चेतावनी

इस संबंध में प्रबंधन से तीन बार वार्ता भी की गई. आरएलसी की ओर से सिंफर प्रबंधन की इस कार्रवाई को असंवैधानिक करार दिया गया है. बावजूद इसके प्रबंधन इस मामले पर कोई भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं कर रही है. संघ का आरोप है कि 20 वर्षों से कर्मियों को मिलने वाली मेडिकल सुविधा और बच्चों की पढ़ाई की सुविधा भी समाप्त कर दिया गया है, जो असंवैधानिक और गैरकानूनी है. सिंफर से हटाए गए 17 कर्मियों को वापस कार्य पर रखने की मांग संघ ने की है. मांगे पूरी नहीं होती होने पर वृहद आंदोलन की चेतावनी संघ ने दी है.
बता दें कि 3 महीने पहले कुछ कर्मियों ने सिंफर परिसर में हंगामा किया था, जिसके बाद प्रबंधन ने 17 कर्मियों के ऊपर कार्रवाई की थी. अब उन 17 कर्मियों को लेकर भारतीय मजदूर संघ और सिंफर प्रबंधन आमने-सामने है.

Intro:धनबाद।सिंफर परिसर के मुख्य गेट पर भारतीय औद्योगिक अनुसंधान श्रमिक संघ ने प्रबंधन की तानाशाही रवैया के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। 3 माह पूर्व सिंफर से हटाए गए 17 कर्मियों को वापस काम पर रखने की मांग संघ के नेताओं ने की है। मांगे पूरी नहीं होने पर वृहद आंदोलन की चेतावनी नेताओं ने दी है।


Body:भारतीय औद्योगिक अनुसंधान श्रमिक संघ के बैनर तले सिंफर के कर्मचारियों ने सिंफर के मुख्य गेट पर एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान प्रबंधन विरोधी नारे भी लगाए गए। संघ के नेताओं का कहना है कि सिंफर प्रबंधन गलत आरोप लगाकर बिना किसी नोटिस के 3 महीना पूर्व 17 कर्मचारियों को हटा दिया है। इस संबंध में प्रबंधन से तीन बार वार्ता भी की गई। आरएलसी के द्वारा सिंफर प्रबंधन की इस कार्रवाई को असंवैधानिक करार दिया गया है। बावजूद इसके प्रबंधन इस मामले पर कोई भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं कर रही है। संघ का आरोप है कि 20 वर्षों से कर्मियों को मिलने वाली मेडिकल सुविधा और बच्चों की पढ़ाई की सुविधा भी समाप्त कर दिया गया है। जो असंवैधानिक और गैरकानूनी है। सिंफर से हटाए गए 17 कर्मियों को वापस कार्य पर रखने की मांग संघ ने की है।मांगे पूरी नहीं होती होने पर वृहद आंदोलन की चेतावनी संघ ने दी है।


Conclusion:बता दें कि 3 महीना पूर्व कुछ कर्मियों द्वारा सिंफर परिसर हंगामा किया गया था। जिसके बाद प्रबंधन की ओर से 17 कर्मियों के ऊपर यह कार्रवाई गई थी।अब उन 17 कर्मियों को लेकर भारतीय मजदूर संघ और सिम्फ़र प्रबंधन आमने सामने है।
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