धनबाद: पूरे देश में कोरोना का कहर है. कोरोना के कहर के कारण पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन की स्थिति में आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया.
धनबाद उपायुक्त कार्यालय में आज एक बेटा अपनी मां की अस्थियों को विसर्जित करने का आदेश लेने के लिए पहुंचा. पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है, ऐसे में बेट को अपनी मां की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने जाने में भी परेशानियां हो रही थीं.
गौरतलब है कि मूल रूप से बिहार के आरा के रहने वाले सुबोध कुमार सिंह का परिवार धनबाद के कोयला नगर के नूतनडीह इलाके में रहता है. 21 मार्च को उनकी मां लीलावती देवी का देहांत हो गया.
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हिंदू धर्म के रीति-रिवाज के अनुसार, 7 दिनों के अंदर मृतक की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया जाना होता है. इसको लेकर यह परिवार चिंतित था. आज सुबोध कुमार सिंह इसके लिए अपने छोटे भाई प्रमोद सिंह के साथ उपायुक्त कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने बताया कि उनके परिवार में अस्थियों को बनारस या सुल्तानगंज ले जाने की परंपरा रही है.
लेकिन इस लॉकडाउन की स्थिति में प्रशासन जहां कहीं भी ले जाने की अनुमति देगा. हम वहीं पर अस्थियों को प्रवाहित कर देंगे. आखिर में धनबाद उपायुक्त कार्यालय से इस परिवार को अस्थियां प्रवाहित करने के लिए झारखंड के साहिबगंज स्थित गंगा घाट में ही अनुमति उपायुक्त कार्यालय के द्वारा दी गई. बाद में आदेश की कॉपी लेकर वह परिवार उपायुक्त कार्यालय से चला गया. उन्होंने बताया कि अब साहिबगंज में ही अस्थियों को प्रवाहित कर दिया जाएगा.