धनबादः जामाडोबा के रहने वाले एक दवा कंपनी के मैनेजर मुनेश्वर प्रसाद ने जोड़ापोखर थाना में नक्सली सिद्धू कोड़ा के नाम पर फोन के जरिए 2 लाख रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद लगातार उन्हें अब भी जान से हाथ धोने की धमकी मिल रही है, जिसके बाद मैनेजर ने धनबाद पुलिस को ट्वीट करते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है.
दवा कंपनी के मैनेजर मुनेश्वर प्रसाद सहित उनका पूरा परिवार दहशत में है. नक्सली सिद्धू कोड़ा के नाम पर फोन पर 2 लाख की रंगदारी की मांग की गई थी. 8 मई को मुनेश्वर द्वारा जोरापोखर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. बावजूद इसके फोन के जरिए रंगदारी मांगने का सिलसिला अब भी जारी है.
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद करीब 10 से 12 बार रंगदारी के लिए कॉल आ चुका है. मुनेश्वर ने नंबर को ब्लॉक कर डाला है. मुनेश्वर द्वारा धनबाद पुलिस को टि्वटर पोस्ट कर उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाया है.
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उन्होंने लिखा है कि धनबाद पुलिस अपराधी को जानते हुए भी पकड़ने में नाकाम क्यों ? क्या धनबाद पुलिस अपराध होने का इंतजार कर रही है ? क्या इससे अपराधी को अपराध करने की सह नहीं मिल रही है ? वहीं पुलिस के वरीय अधिकारियों का कहना है कि दोबारा रंगदारी मांगे जाने की शिकायत मुनेश्वर ने नहीं की है. फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.