धनबादः झरिया का सिंह नगर गुलगुलिया पट्टी अचानक बम और गोली के धमाकों से गूंज उठा. पत्थरबाजी और तलवारबाजी हुई. घर में घुसकर महिलाओं को पीटा गया उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया. इस घटना में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हैं. जबकि घायल निरंजन तांती की रांची रिम्स ले जाने के दौरान मौत हो गई. उसकी इस मौत के बाद झरिया के लोगों में उबाल है. दो दिन पहले ही निरंजन ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था. निरंजन के साथ ही सैकड़ों रघुकुल समर्थक कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे.
ये भी पढ़ेंः बम धमाकों से दहला झरिया- खोखा बीनती रही पुलिस, सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों में खूनी झड़प
घटना की सूचना मिलने के बाद बीजेपी प्रदेश कार्य समिति सदस्य सह झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह मौके पर पहुंची. पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल जाना. मौके पर मौजूद झरिया थानेदार पीके झा की उन्होंने जमकर क्लास लगाई. रागिनी सिंह ने कहा कि कांग्रेस की कार्यशैली से त्रस्त होकर हमारे सैकड़ों मजदूर भाइयों ने बीजेपी का दामन था. लेकिन बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें कांग्रेस के लोगों द्वारा बीजेपी छोड़ने की धमकी दी जा रही थी. झंडा और बैनर जला देने के लिए कांग्रेस के लोग धमका रहे थे. उन्हें बीजेपी छोड़ने पर मजबूर किया जा रहा था.
उन्होंने कहा कि झरिया थाना से महज कुछ दूरी पर यह घटना घटी. लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी. घटना के लिए पूरी तरह से झरिया थाना के पुलिस पदाधिकारी जिम्मेदार हैं. एक महिला को उनलोगों के द्वारा बंधक बनाकर रखा गया था. सूचना मिलने पर जब पहुंचे तो उसे छोड़कर सभी फरार हो गए. झरिया थाना पूरी तरह से मूकदर्शक बनी रही. यदि पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करेगी तो झरिया थाना का घेराव करने को बाध्य होंगे.