रांची: नक्सली और अपराधियों को हथियार और कारतूस की सफाई करने वाले गिरोह के खिलाफ झारखंड एटीएस की कार्रवाई लगातार जारी है. झारखंड एटीएस की टीम ने गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान से मिली सूचना के आधार पर झारखंड के धनबाद से कामेंद्र सिंह नाम के एक तस्कर को गिरफ्तार किया है.
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उल्लेखनीय है कि आतंकवाद निरोधी दस्ता द्वारा माओवादी एवं आपराधिक संगठन गिरोहों को अवैध हथियार एवं कारतूस उपलब्ध कराने वाले गिरोह से जुडे अभियुक्त पंकज सिंह की गिरफ्तारी पूर्व में की गई थी. पंकज सिंह से की गई पूछताछ से यह तथ्य प्रकाश में आया है कि कामेन्द्र सिंह एवं कुछ अन्य व्यक्ति धनबाद में रहकर अवैध हथियार के खरीद-फरोख्त में शामिल हैं. जिसके पश्चात एक विशेष टीम का गठन कर कामेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया.
कामेंद्र के पास से दो पिस्टल तथा 14 कारतूस एवं तीन मैगजीन की बरामदगी की गई है. कामेन्द्र सिंह से पूछताछ के क्रम में अवैध हथियार के खरीद-फरोख्त में शामिल अन्य अपराधियों के संदर्भ में आतंकवाद निरोधी दस्ता को महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है. जिसका सत्यापन कर आगे की कारर्वाई की जा रही है. कामेन्द्र सिंह धनबाद में अवैध गांजा का कारोबार, जमीन का कारोबार तथा कोयला के कारोबार में संलिप्त था तथा उसके पास 02 (दो) डेम्फर, 01 (एक) मारूति ब्रेजा कार मौजूद है. उसके पास से मौजूद बुलेट मोटरसाईकिल को भी जब्त किया गया है.
क्या क्या हुआ बरामद
- 02 (दो) 7.62 एमएम का पिस्टल.
- 7.62 एमएम का 14 कारतूस.
- 03 मैगजीन.
- 01 बुलेट मोटरसाइकिल.
क्या है पूरा मामला
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पदस्थापित सीआरपीएफ जवान अविनाश नक्सलियों और बड़े अपराधी गिरोहों को हथियार और कारतूस सप्लाई करता था. झारखंड एटीएस की टीम ने बिहार में छापेमारी कर अविनाश को गिरफ्तार किया था. अविनाश की निशानदेही पर उसके दो अन्य साथी ऋषि और पंकज भी पकड़े गए हैं तीनों झारखंड बिहार में सक्रिय उग्रवादी संगठनों को हथियार सप्लाई करते थे. गिरफ्तार हथियार तस्करों के पास से एके-47 और इंसास राइफल की 450 गोलियां बरामद की गई थी.