धनबाद: पीएमसीएच से लगातार शिकायत आने के बाद बुधवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अचानक पहुंच गए. बन्ना गुप्ता पीएमसीएच भवन में आने से पहले ही कुछ दूर पहले अपने वाहन से उतरकर आम लोगों की तरह अस्पताल में पहुंचे, ताकि वह पीएमसीएच में व्याप्त अव्यवस्थाओं को अपने स्तर से जानकारी ले सकें.
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने निरसा इलाके में एक गर्भवती महिला की मौत, धनबाद में पुलिस की पिटाई से आहत होकर एक युवती की आत्महत्या के साथ-साथ कई अन्य कारणों से धनबाद का दौरा किया है. इस दौरान अस्पताल में मौजूद कर्मियों की लापरवाही को उन्होंने खुद अपनी आंखों से देखा. इसके बाद वह पीएमसीएच के किचन, स्त्री रोग विभाग आदि जगहों पर पहुंचे और स्त्री रोग विभाग में पहुंचकर अधिकारियों की फटकार भी लगाई.
किसी भी अधिकारी को उनके आने की सूचना नहीं थी, सभी अधिकारी बाद में पहुंचे. अपने धनबाद दौरे में बाद में उन्होंने कोविड-19 की जांच के लिए बनी प्रयोगशाला में पहुंचकर भी वहां का जायजा लिया. इसके साथ ही मंत्री बन्ना गुप्ता ने अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों को भी कई अहम दिशा-निर्देश दिए. उनके पीएमसीएच धनबाद में आने की सूचना के बाद धनबाद उपायुक्त अमित कुमार, एसएसपी किशोर को कोशल, सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास समेत कई अधिकारी बाद में पीएमसीएच पहुंचे. पीएमसीएच में व्याप्त गंदगी को देखकर उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई.
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उन्होंने कहा कि जहां करोड़ों का टेंडर होता है उस जगह पर ऐसी व्यवस्था कहीं से भी सही नहीं है. साथ ही साथ उन्होंने पुलिस की पिटाई से आहत युवती के द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात पर कहा कि इस पर धनबाद एसएसपी को सिटी एसपी के नेतृत्व में एक जांच टीम बनाने के लिए कहा गया है और उचित जांच इस पर करवाने की बात कही गई है. धनबाद पीएमसीएच में कोरोना जांच से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि यह वैश्विक महामारी है और इस पर बड़े-बड़े शक्तिशाली और स्वास्थ्य से परिपूर्ण देश भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. हमारे यहां जिस प्रकार की व्यवस्था है उसी व्यवस्था को सुदृढ़ कर हमें इस लड़ाई को जीतना है.
पीएमसीएच से निकलने के दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत जीएनएम नर्स और पारा मेडिकलकर्मियों ने घेर लिया. इसके बाद उन्होंने कहा कि सरकार को थोड़ा सा वक्त चाहिए. आउटसोर्सिंग के खिलाफ सरकार है और उन्होंने जल्द ही इस पर ठोस निर्णय की बात भी आउटसोर्सिंग कर्मियों को कही है.