धनबाद: जिले के गोविंदपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय पंडुकी नेशनल हाईवे के पास है. नेशनल हाईवे होने के बावजूद भी आज तक इस विद्यालय में बाउंड्री नहीं है. ऐसे में शिक्षकों को पढ़ाने से ज्यादा ध्यान बच्चों पर देना पड़ता है, बच्चें कहीं सड़क पर ना चलें जाए.
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स्कूल में बाउंड्री के नहीं होनें की वजह से मध्याह्न भोजन का खाना खानें में भी काफी परेशानी होती है. बाउंड्री नहीं होने के कारण गाय और बकरियां बच्चों का खाना भी खा जाती है. बाउंड्री नहीं होने की वजह से स्कूल के बरामदे में सुबह गोबर भी रहती है, जिसे बच्चों को ही साफ करना पड़ता है
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वहीं इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार इसकी जानकारी विभाग को दी गई है. इसके बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. प्रभारी प्रधानाचार्य ने बताया कि विभाग के तरफ से 10 लाख रुपए आया था. लेकिन इसके बावजूद भी बाउंड्री का निर्माण नहीं हो पाया है, क्योंकि उस समय ग्रामीणों में ही बाउंड्री बनाने को लेकर लड़ाई छिड़ गई और मजबूरन पैसा विभाग को वापस करना पड़ा. उसके बाद गोविंदपुर के अंचलाधिकारी से भी नापी करवा कर बाउंड्री करवाने की बात कही गई थी, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी आज तक इस पर कोई पहल नहीं की गई है.
पूरे देश में आज स्वच्छता की बात होती है, लेकिन छात्रौं को शौचालय भी नसीब नहीं है. विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उपेंद्र गोप का कहना है कि शिक्षक शौचालय में ताला मार कर रखते हैं. जब शिक्षकों को शौचालय जाना होता है तो वह ताला खोल कर चले जाते है और फिर ताला बंद कर देते है. ऐसे में छात्र हो छात्रा सभी बाहर शौच करने को मजबूर है.