धनबादः गैंगस्टर प्रिंस खान के गैंग के खिलाफ धनबाद पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. मेजर के नाम से व्यवसायी को गोली और बम से रंगदारी के लिए जान मारने की धमकी देकर दहशत फैलाने वाले अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही मेजर गिरोह के अपराधियों को हथियार की सप्लाई करने वाले अपराधी और व्यवसायी का फोन नंबर इकट्ठा करने वाले अपराधियों को भी पुलिस ने धर दबोचा है. प्रिंस खान के इशारे पर गैंग चलाने वाले कुल चार अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार और कैश भी बरामद किया है.
ये भी पढ़ें- गैंगस्टर्स से खौफजदा धनबाद के 600 कारोबारी, एक साथ आर्म्स लाइसेंस का डालेंगे आवेदन
एसएसपी ने दी जानकारीः इस संबंध में एसएसपी संजीव कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि गैंगस्टर प्रिंस खान मेजर के नाम को क्षद्म रूप से उपयोग कर व्यवसायियों से रंगदारी वसूलता था और हथियार के बल पर धमकाकर दहशत फैलाने का काम करता है. पूर्व में भी पुलिस ने मेजर के रूप में एक अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. एक मेजर के जेल जाने के बाद प्रिंस ने फिर मेजर नाम उपयोग करने के लिए एक गैंग तैयार कर लिया. प्रिंस खान का मेजर नाम का गिरोह व्यवसायियों के प्रतिष्ठान और उनके घरों पर रंगदारी की मांग के लिए गोलीबारी और बमबाजी करता था.
अपराधियों ने स्वीकार किया जुर्मः पूर्व में गिरफ्तार किए गए प्रिंस गैंग के अपराधियों के द्वारा किए गए खुलासे के बाद पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि मेजर के नाम से व्यवसायियों से रंगदारी मांगने वाले नसीम अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नसीम मूल रूप से धनबाद के कतरास थाना क्षेत्र के छाताबाद का रहनेवाला है, लेकिन वह पश्चिम बंगाल के आसनसोल नया मुहल्ला में नाम बदलकर रह रहा था. वह रज्जिद अहमद के नाम से आसनसोल में रह रहा था. प्रिंस खान के इशारे पर नसीम अंसारी ने एक गैंग बना रखा था. जिसमें नसीम, मेजर नाम इस्तेमाल कर व्यवसायियों को ड्राफ्टिंग चिट्ठी या ऑनलाइन कॉल कर रंगदारी की मांग करता था. रंगदारी नहीं देने पर व्यवसायियों के प्रतिष्ठानों और घरों पर गोलीबारी और बमबाजी की घटना को अंजाम दिलवाता था. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार नसीम धनबाद जेल में हत्या के आरोप में सजा काट रहा था. पे रोल पर वह जेल से बाहर निकला था. इसके बाद फरार चल रहा था.
नसीम को हथियार की सप्लाई विकास सिंह करता थाः बमबाजी और गोलीबारी के लिए नसीम को हथियार की सप्लाई विकास सिंह करता था. वह धनबाद सदर थाना क्षेत्र के अंबिकापुरम का रहनेवाला है. झारखंड के साथ-साथ बिहार और दूसरे राज्यों से लाकर विकास हथियार की सप्लाई नसीम को किया करता था. गिरिडीह जिले के बिरनी के रहने वाले सद्दाम अंसारी भी मेजर के गैंग का सदस्य है. सद्दाम, नसीम अंसारी का रिश्तेदार है. गिरफ्तारी के बाद सद्दाम ने भी प्रिंस खान के लिए काम करने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. वह नसीम के काम में सहयोग करता था. सिजूआ जोगता का रहनेवाला राजू अंसारी व्यवसायियों के फोन इकट्ठा कर नसीम को देता था.
भारी मात्रा में हथियार बरामदः पुलिस ने अपराधियों के पास से पांच ऑटोमेटिक पिस्टल, एक देसी पिस्टल, 56 जिंदा गोली, दो बम, तीन मोबाइल, एक राउटर, पचास हजार रुपए नगद , विभिन घटना में प्रयुक्त बाइक और नसीम अंसारी के फर्जी दस्तावेज बरामद किया है.