धनबादः शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली सड़क बैंक मोड़ रोड. इस रोड पर यातायात सुगम बनाने को लेकर साल 1971-72 में फ्लाइओवर बनाया गया. लेकिन पिछले 50 सालों में कभी मेंटेनेंस नहीं किया गया. अब स्थिति यह है कि फ्लाइओवर जर्जर हो चुका है और फ्लाइओवर के नीचे दुकान संचालित करने वाले लोग हमेशा डर की साये में जीने को मजबूर हैं. स्थिति यह है कि दुकानदार हेलमेट पहनकर दुकान संचालित कर रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः Dhanbad Gaya Bridge in Bad Shape: पुल से एक बड़ा टुकड़ा सड़क पर गिरा, कोई हताहत नहीं
साल 1971-72 में बना फ्लाइओवर जर्जर हो चुका है. यदाकदा प्लास्टर टूट कर नीचे गिरते रहता है. इसके साथ ही रेलिंग भी जहां तहां से टूट कर गिर रहा है. इसके बावजूद जिला प्रशासन सचेत होने के बदले हादसे को आमंत्रण दे रहे है. स्थिति यह है कि मैथन जलापूर्ति की पाइप लाइन भी ओवर ब्रिज के ऊपर से गुजरा है. इससे ब्रिज पर हजारों टन का दबाव बढ़ गया है. फुटपाथ क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिससे राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है.
पाइप लाइन की वजह से फुटपाथ की मरम्मत करने में परेशानी हो रही है. रात में नो एंट्री खुलने के बाद दस हजार से अधिक कोयला लोड गाड़ियां ब्रिज से गुजरती है. ब्रिज के नीचे 20 से अधिक दुकान है. इन दुकानों के दुकानदार 24 घंटे दहशत में रहने को मजबूर हैं. दुकानदार बताते हैं कि रविवार को ब्रिज का एक हिस्सा टूट कर नीचे गिरा, जिसमें एक दुकानदार बाल बाल बच गए. उन्होंने कहा कि ऐसे हादसे अक्सर होते है. हादसे से बचने के लिए हेलमेट पहनकर काम करते है.
दुकानदारों ने कहा कि डर के साये में जीने को मजबूर है. करीब दो दर्जन दुकान होने के कारण खरीदारों की भी भीड़ लगी रहती है. इसके बावजूद प्रशासन की ओर से ब्रिज का मरम्मत नहीं किया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि शीघ्र ब्रिज को दुरुस्त किया जाए.