धनबाद: कोरोना काल में फ्रंटलाइन वारियर्स की तरह ड्यूटी करने वाले होमगार्ड जवानों को प्रोत्साहन राशि देने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन, प्रोत्साहन राशि तो दूर, इन्हें एक साल से वेतन तक नहीं मिल सका है. कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर और अब तीसरी लहर से निपटने के लिए जवान मुस्तैद हैं. वेतन नहीं मिलने के कारण जवानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है.
मार्च 2020 में कोरोना की पहली लहर में होमगार्ड जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया था. धनबाद समेत पूरे राज्य में 2400 होमगार्ड जवानों की अलग-अलग संक्रमित क्षेत्रों में ड्यूटी लगाई गई थी. जवानों ने पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी की. जवानों को प्रोत्साहन राशि भी देने का आश्वासन दिया गया था.
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परिवार चलाने में हो रही दिक्कत
होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अविनाश दास का कहना है 2020 से अब तक जवानों के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. इसके साथ ही SNMMCH और स्वास्थ केंद्रों पर होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगाई गई है. उन्हें चार महीनों से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि हाल ही में SNMMCH में तैनात जवान इंद्रलाल महतो की मौत हो गई. वेतन नहीं मिलने के कारण जवानों की स्थिति दयनीय होती जा रही है. परिवार के भरण पोषण में काफी दिक्कत हो रही है.
प्रशासन और सरकार के बीच पिस रहे जवान
होमगार्ड जवानों का कहना है कि परिवार के भरण पोषण के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई में ज्यादा परेशानी आ रही है. गृह रक्षा वाहिनी के कमांडेंट तारकेश्वर राम कहते हैं कि साल 2020 में कोरोना की पहली लहर में जिले में 100 होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी. सरकार के आदेश के बाद ही सभी एक महीने के लिए ड्यूटी पर रखा गया था. बाद में जिला प्रशासन की तरफ से उनकी डयूटी की समय अवधि बढ़ा दी गई.
कमांडेंट ने बताया कि सरकार के आदेश पर जो ड्यूटी लगाई गई थी उसका भुगतान कर दिया गया है. जिला प्रशासन की तरफ से बढ़ाई गई ड्यूटी की अवधि का भुगतान नहीं किया जा सका है. होमगार्ड जवानों के द्वारा बकाया मानदेय के भुगतान के लिए सरकार से पत्राचार किया जा रहा है. जल्द ही सरकार से आदेश प्राप्त होने के बाद जवानों के मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा. वर्तमान में होमगार्ड जवान मानदेय के लिए प्रशासन और सरकार के बीच पिस रहे हैं.