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दिव्यांग अभ्यर्थियों का साथी बना ईटीवी भारतः चलने में असमर्थ परीक्षार्थियों को अपनी गाड़ी में पहुंचाया एग्जाम सेंटर

धनबाद में ईटीवी भारत की टीम ने अपनी गाड़ी से दिव्यांग परीक्षार्थियों को एग्जाम सेंटर तक पहुंचाया. राष्ट्रीय स्तर पर आज डीएड की परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसमें रांची और देवघर से पहुंचे दिव्यांग अभ्यर्थी भी शामिल थे. ETV Bharat team helped disabled in Dhanbad.

ETV Bharat team transported disabled candidates to exam center In Dhanbad
धनबाद में ईटीवी भारत की टीम ने दिव्यांग परीक्षार्थियों की मदद की
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 1, 2023, 8:26 PM IST

धनबाद में ईटीवी भारत की टीम ने दिव्यांग परीक्षार्थियों की मदद की

धनबादः ईटीवी भारत सिर्फ खबर कवरेज कर लोगों तक पहुंचाने का काम नहीं करती बल्कि आम लोगों की समस्याओं का निराकरण कर उन्हें राहत पहुंचाने की कोशिश भी करती है. ईटीवी भारत ने रविवार को एक ऐसी ही स्टोरी कवर की. जिसमें दिव्यांग अभ्यर्थी को मदद पहुंचाने की छोटी सी कोशिश की है.

ये भी पढ़ें: जेपीएससी छात्रों ने चलाया ट्विटर पर कैंपेन, 11वीं जेपीएससी का विज्ञापन निकालने की सरकार से की मांग

केंद्र के अधीन चलने वाले संस्थानों में दिव्यांगजनों के प्रति जो भावना है, वह काफी शर्मनाक है. रांची और देवघर से धनबाद परीक्षा देने पहुंचे दो दिव्यांग अभ्यर्थियों से बदसलूकी इसकी एक बानगी है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने रांची और देवघर से परीक्षा देने लिए धनबाद पहुंचे दिव्यांग अभ्यर्थियों को मदद देने की भरपूर कोशिश की.

रविवार को राष्ट्रीय स्तर पर डिप्लोमा इन एजुकेशन यानी डीएड की परीक्षा आयोजित की गई. रांची की रहने वाली बीना कुमारी शर्मा और देवघर के रहने वाले पिंटू कुमार मंडल दोनों का सेंटर धनबाद के हीरापुर विनोद नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय वन में पड़ा था. सभी अभ्यर्थियों की तरह वह भी सेंटर पहुंचे. दोनों का कहना है कि वह 11 बजे स्कूल पहुंच गए थे, परीक्षा दोपहर दो बजे से थी. सेंटर में तैनात गार्ड से गेट के अंदर जाने देने के लिए कहा लेकिन उन्होंने रोक दिया गया. गार्ड का कहना था कि समय होने के बाद ही गेट के अंदर एंट्री दी जाएगी. उन्होंने गार्ड से एंट्री होने के समय तक बैठने के लिए अनुमति मांगी तो उसने बैठने नहीं दिया. स्कूल का यह पहला गेट है, इसके अंदर काफी दूरी पर क्लास है. पहले गेट से अगर गार्ड जाने की अनुमति देते तो वे अंदर किसी जगह जाकर बैठ जाते. स्कूल की गेट के आसपास काफी जंगल है. बारिश भी काफी जोरों से हो रही थी, जिसमें भी वे भीग गए.

कहीं से मदद नहीं मिलने के बाद रांची की बीना शर्मा ने ईटीवी भारत संवाददाता नरेंद्र कुमार निषाद को फोन कर मामले की जानकारी दी. जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची और दोनों अभ्यर्थियों को मदद पहुंचाने की भरपूर कोशिश की. ईटीवी भारत संवाददाता ने अपनी गाड़ी से दिव्यांग अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया. जिसके बाद दोनों अभ्यर्थियों ने ईटीवी भारत का आभार जताते हुए धन्यवाद भी दिया.

एग्जाम सेंटर के पहले गेट पर तैनात गार्ड गोपाल कुमार ने कहा कि प्रिंसिपल ने एंट्री टाइम से पहले प्रवेश करने के लिए मना किया था. इसलिए पहले एंट्री नहीं दी गई, यहां पर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए उन्हें मना किया गया था.

वहीं केंद्रीय विद्यालय के टीचर इंचार्ज सुनील कुमार ने कहा कि प्रिंसिपल निधि रानी अभी स्कूल नहीं पहुंची हैं, उनकी तबीयत खराब है. उन्होंने कहा कि पहले गेट से स्कूल की दूरी करीब पांच सौ मीटर है. दिव्यांग अभ्यर्थियों को गेट से स्कूल तक लाने के लिए कोई व्यवस्था हमारी तरफ से नहीं है. गार्ड द्वारा अभ्यर्थियों से की गई बदसलूकी की जानकारी उन्हें नहीं है.

धनबाद में ईटीवी भारत की टीम ने दिव्यांग परीक्षार्थियों की मदद की

धनबादः ईटीवी भारत सिर्फ खबर कवरेज कर लोगों तक पहुंचाने का काम नहीं करती बल्कि आम लोगों की समस्याओं का निराकरण कर उन्हें राहत पहुंचाने की कोशिश भी करती है. ईटीवी भारत ने रविवार को एक ऐसी ही स्टोरी कवर की. जिसमें दिव्यांग अभ्यर्थी को मदद पहुंचाने की छोटी सी कोशिश की है.

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केंद्र के अधीन चलने वाले संस्थानों में दिव्यांगजनों के प्रति जो भावना है, वह काफी शर्मनाक है. रांची और देवघर से धनबाद परीक्षा देने पहुंचे दो दिव्यांग अभ्यर्थियों से बदसलूकी इसकी एक बानगी है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने रांची और देवघर से परीक्षा देने लिए धनबाद पहुंचे दिव्यांग अभ्यर्थियों को मदद देने की भरपूर कोशिश की.

रविवार को राष्ट्रीय स्तर पर डिप्लोमा इन एजुकेशन यानी डीएड की परीक्षा आयोजित की गई. रांची की रहने वाली बीना कुमारी शर्मा और देवघर के रहने वाले पिंटू कुमार मंडल दोनों का सेंटर धनबाद के हीरापुर विनोद नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय वन में पड़ा था. सभी अभ्यर्थियों की तरह वह भी सेंटर पहुंचे. दोनों का कहना है कि वह 11 बजे स्कूल पहुंच गए थे, परीक्षा दोपहर दो बजे से थी. सेंटर में तैनात गार्ड से गेट के अंदर जाने देने के लिए कहा लेकिन उन्होंने रोक दिया गया. गार्ड का कहना था कि समय होने के बाद ही गेट के अंदर एंट्री दी जाएगी. उन्होंने गार्ड से एंट्री होने के समय तक बैठने के लिए अनुमति मांगी तो उसने बैठने नहीं दिया. स्कूल का यह पहला गेट है, इसके अंदर काफी दूरी पर क्लास है. पहले गेट से अगर गार्ड जाने की अनुमति देते तो वे अंदर किसी जगह जाकर बैठ जाते. स्कूल की गेट के आसपास काफी जंगल है. बारिश भी काफी जोरों से हो रही थी, जिसमें भी वे भीग गए.

कहीं से मदद नहीं मिलने के बाद रांची की बीना शर्मा ने ईटीवी भारत संवाददाता नरेंद्र कुमार निषाद को फोन कर मामले की जानकारी दी. जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची और दोनों अभ्यर्थियों को मदद पहुंचाने की भरपूर कोशिश की. ईटीवी भारत संवाददाता ने अपनी गाड़ी से दिव्यांग अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया. जिसके बाद दोनों अभ्यर्थियों ने ईटीवी भारत का आभार जताते हुए धन्यवाद भी दिया.

एग्जाम सेंटर के पहले गेट पर तैनात गार्ड गोपाल कुमार ने कहा कि प्रिंसिपल ने एंट्री टाइम से पहले प्रवेश करने के लिए मना किया था. इसलिए पहले एंट्री नहीं दी गई, यहां पर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए उन्हें मना किया गया था.

वहीं केंद्रीय विद्यालय के टीचर इंचार्ज सुनील कुमार ने कहा कि प्रिंसिपल निधि रानी अभी स्कूल नहीं पहुंची हैं, उनकी तबीयत खराब है. उन्होंने कहा कि पहले गेट से स्कूल की दूरी करीब पांच सौ मीटर है. दिव्यांग अभ्यर्थियों को गेट से स्कूल तक लाने के लिए कोई व्यवस्था हमारी तरफ से नहीं है. गार्ड द्वारा अभ्यर्थियों से की गई बदसलूकी की जानकारी उन्हें नहीं है.

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