ETV Bharat / state

धनबाद: बारिश के कारण मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर बढ़ा, पश्चिम बंगाल प्रशासन ने लोगों को किया आगाह

झारखंड में हो रही लगातार बारिश से दामोदर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. इसे लेकर डीवीसी रेगुलेशन कमेटी ने फ्लर्ड अलर्ट जारी किया है. मैथन और पंचेत डैम बराकर और दामोदर नदी पर बना हुआ है. दामोदर और बराकर नदी का पानी पश्चिम बंगाल के झारखंड से लगे वर्द्धमान से लेकर हुगली जिले तक को प्रभावित कर सकता है.

Damodar Valley Corporation Flood threat in West Bengal due to release of water from Maithon and Panchet Dam
Damodar Valley Corporation Flood threat in West Bengal due to release of water from Maithon and Panchet Dam
author img

By

Published : Aug 5, 2020, 11:51 AM IST

धनबाद: झारखंड में हो रही लगातार बारिश से दामोदर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. इसे लेकर डीवीसी रेगुलेशन कमेटी ने फ्लर्ड अलर्ट जारी किया था. जिसके बाद मैथन और पंचेत डैम से 37 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. मैथन डैम से 20 हजार क्यूसेक और पंचेत डैम से 17 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.

मैथन और पंचेत डैम के तीन-तीन गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है. डैम से पानी छोड़े जाने के कारण बंगाल के निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात का खतरा बढ़ सकता है. पश्चिम बंगाल प्रशासन को पानी छोड़ने के बारे में पूर्व में ही जानकारी दे दी गई है. बंगाल प्रशासन ने नदी के निचले इलाकों में बसे लोगों को माइकिंग के जरिए बचने का आगाह किया है.

इसे भी पढ़ें- बिहार के मोतिहारी में डूबे 9 युवक, चार लोग लापता

मैथन और पंचेत डैम क्रमशः बराकर और दामोदर नदी पर बना हुआ है. कभी दामोदर नदी को पश्चिम बंगाल का शोक भी कहा जाता था. दामोदर और बराकर नदी का पानी पश्चिम बंगाल के झारखंड से लगे बर्दवान से लेकर हुगली जिले तक को प्रभावित कर सकता है. डीवीसी रेगुलेशन कमेटी ने अगले 12 घंटे में संभावित इनफ्लो बढ़ने के कारण मैथन डैम और पंचेत डैम से 37 हजार क्यूसेक पानी निचले स्तर में छोड़ने की चेतावनी दी है. इसके बाद पानी छोड़ा जा रहा है. मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ने पर पश्चिम बंगाल के निचले हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए चेतावनी दी गई है.

धनबाद: झारखंड में हो रही लगातार बारिश से दामोदर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. इसे लेकर डीवीसी रेगुलेशन कमेटी ने फ्लर्ड अलर्ट जारी किया था. जिसके बाद मैथन और पंचेत डैम से 37 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. मैथन डैम से 20 हजार क्यूसेक और पंचेत डैम से 17 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.

मैथन और पंचेत डैम के तीन-तीन गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है. डैम से पानी छोड़े जाने के कारण बंगाल के निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात का खतरा बढ़ सकता है. पश्चिम बंगाल प्रशासन को पानी छोड़ने के बारे में पूर्व में ही जानकारी दे दी गई है. बंगाल प्रशासन ने नदी के निचले इलाकों में बसे लोगों को माइकिंग के जरिए बचने का आगाह किया है.

इसे भी पढ़ें- बिहार के मोतिहारी में डूबे 9 युवक, चार लोग लापता

मैथन और पंचेत डैम क्रमशः बराकर और दामोदर नदी पर बना हुआ है. कभी दामोदर नदी को पश्चिम बंगाल का शोक भी कहा जाता था. दामोदर और बराकर नदी का पानी पश्चिम बंगाल के झारखंड से लगे बर्दवान से लेकर हुगली जिले तक को प्रभावित कर सकता है. डीवीसी रेगुलेशन कमेटी ने अगले 12 घंटे में संभावित इनफ्लो बढ़ने के कारण मैथन डैम और पंचेत डैम से 37 हजार क्यूसेक पानी निचले स्तर में छोड़ने की चेतावनी दी है. इसके बाद पानी छोड़ा जा रहा है. मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ने पर पश्चिम बंगाल के निचले हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए चेतावनी दी गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.