धनबाद: आनंद वर्मा हत्याकांड का पुलिस से मंगलवार (11 अप्रैल ) को खुलासा किया है. आनंद को उसके दो दोस्तों ने ही मौत के घाट उतार दिया था. सूरज और डोमा भुइयां. जिसमें सूरज ने कुछ दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी. जबकि डोमा को पुलिस ने अयोध्या से गिरफ्तार कर लिया है.
ये भी पढ़ें: Dhanbad Singh Mansion: पूर्व विधायक संजीव सिंह की बिगड़ी तबीयत, सीने में दर्द की शिकायत पर SNMMCH में कराया गया भर्ती
क्या है पूरा मामला: वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने अपने कार्यालय में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आनंद वर्मा, सूरज भुइयां और डोमा भुइयां तीनो में दोस्ती थी. तीनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. जिसके बाद मारपीट हुई. इस दौरान पत्थर में चोट लगने की वजह से आनंद की मौत हो गई. दोनों ने लाश को ठिकाने लगाने के लिए माइंस के अंदर रख दिया था. सूरज भुइयां के परिजनों को इस हत्याकांड की जानकारी हुई. जिसके बाद उसके परिजनों ने उसे कोसना शुरू कर दिया. परिजनों की बातों को सुनकर वह खुद को गुनहगार मानने लगा. जिसके बाद आत्मग्लानि में सूरज भुइयां आत्महत्या कर ली.
घटना के दिन से ही फरार था डोमा: एसएसपी ने बताया कि हत्याकांड में शामिल डोमा भुइयां घटना के दिन से ही फरार था. अनुसंधान के क्रम में मालूम हुआ कि डोमा भुइयां अयोध्या में छिपा है. पुलिस ने रणनीति के तहत डोमा को अयोध्या गिरफ्तार किया.
आनंद के ऊपर जारी था वारंट: गौरतलब है कि 3 अप्रैल को सड़ी गली अवस्था आनंद वर्मा का शव अलकडीहा ओपी क्षेत्र के जयरामपुर आटा चक्की मोड़ के पीछे बंद पड़े खदान में मिला था. इसके ठीक तीन दिन पहले ही सूरज भुइयां का शव अलकडीहा ओपी क्षेत्र के ईस्ट बरारी स्थित ओबी डंप के ऊपर के जंगल में पेड़ से लटका हुआ मिला था. आनंद वर्मा के पिता ने 21 मार्च को तीसरा थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आनंद के ऊपर वारंट जारी था.पुलिस उसकी बेसब्री से तलाश कर रही थी.