धनबाद: निरसा के भुरकुंडाबाड़ी गांव में गुरुवार (30 मार्च) को पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई झड़प में प्राथमिकी की गई है. इसमें 12 नामजद के अलावा 200 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. हालांकि गांव की स्थिति सामान्य हो रही है जीवन पटरी पर लौट रही है लेकिन फिलहाल गांव में धारा 144 जारी ही है. 30 मार्च को घटना के बाद शुक्रवार (31 मार्च) से निरसा पुलिस गांव में कैंप की हुई है.
ये भी पढ़ें: रामनवमी के अवसर पर प्रतिबंधित मांस मिलने से लोगों ने किया हंगामा, पुलिस ने एक को किया गिरफ्तार
पशु अधिनियम के तहत मामला दर्जः घटना में एक आरोपी सहाबुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही अज्ञात आठ लोंगों पर पशु अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. अन्य की तलाश जारी है. कैंप में अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीपीओ) पिताम्बर सिंह खैरवार, निरसा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर दिलीप कुमार यादव पुलिस बल शामिल है. एसडीपीओ ने बताया कि गुरुवार (30 मार्च) रामनवमी के दिन घटी दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण रही. स्थिति सामान्य हो रही है.
आम जन-जीवन हो रहा सामान्य: राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय में रोज की तरह बच्चे शुक्रवार (31 मार्च) को पढ़ रहे थे. घटना का बिल्कुल खौफ नहीं दिखा. वहीं दूसरे समुदाय के लोंगों ने रमजान के महीने में शुक्रवार के दिन शांति पूर्ण ढंग से नमाज अता की. पुलिस हर गतिविधियों पर पैनी नजर बनाई हुई है.
पुलिस ने दर्ज करवाया एफआईआर: प्रशासन ने मामले में निरसा थाने में एफआईआर दर्ज करवाया है. मारकोड़ा के राम निवास कुमार बाउरी, राजीव तंतुबाय, देवाशीष मंडल, जगरनाथ महतो, यादव बाउरी उर्फ सकेश बाउरी, गोरागो मंडल, राहुल महतो, गणेश गोराई, सुभाष यादव, उज्जवल महतो, नावोकान्त मंडल, सभी थाना- निस्सा, जिला- धनबाद एवं करीब 200 अज्ञात व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया गया है. इसमें सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए सरकारी गाड़ियों को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज किया गया है. जिसमें आईपीसी धारा के तहत धारा संख्या: 147/148/149/323/307/353/325(B)/504/506 एवं 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
क्या है पूरा मामला: रामनवमी पर्व के अवसर पर भुरकुंडाबाड़ी में मसरुद्दीन अंसारी के घर में प्रतिबंधित मांस बेचा जा रहा था. ग्रामीणों ने मसरुदीन अंसारी के बेटे शाहबुद्दीन अंसारी को पेड़ से बांध दिया गया था. सूचना पाकर जब पुलिस निरीक्षक सह निरसा थाना प्रभारी सशस्त्र बल के साथ मौके पर गुरुवार (30 मार्च) को साढ़े नौ बजे रात पहुंचे. पुलिस शाहबुद्दीन अंसारी को पेड़ से खोलकर निरसा थाने ले जाने का प्रयास करने लगी. इसी दौरन ग्रामीण उग्र होकर गाड़ी को रोकने का प्रयास करने लगे. शाहबुद्दीन अंसारी को पुलिस की गाड़ी से उतारने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरन पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई.