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धनबाद: प्रशासन और व्यवसायियों के बीच गतिरोध खत्म, व्यापारी कोरोना टेस्ट पर सहयोग के लिए तैयार

धनबाद जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए प्रशासन की तरफ से रैपिड एंटीजन टेस्ट स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है. इसको लेकर व्यापारियों पर प्रशासन की सख्ती से दोनों पक्षों में गतिरोध पैदा हो गया था. धनबाद एसडीएम के साथ व्यापारियों की बैठक के बाद गतिरोध खत्म हो गया है. व्यापारी सहयोग के लिए तैयार हो गए हैं.

rapid antigen test special drive in dhanabd
रैपिड एंटीजन टेस्ट
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Published : Sep 15, 2020, 11:28 AM IST

धनबाद: पिछले दिनों उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कोविड टेस्ट में सहयोग नहीं करने वाले व्यवसायियों के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सील करने का आदेश दिया था. उनके इस आदेश के बाद जिले के व्यवसायी नाराज होकर विरोध में आ गए थे. एसडीएम सुरेंद्र कुमार और जिला चैंबर की बैठक के बाद जिला प्रशासन के साथ व्यवसायियों के बीच सहमति बनी गई है. अब व्यापारी प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैयार हो गए हैं.

देखें पूरी खबर
व्यापारियों ने सहयोग का भरोसा दिलायाजिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने, संक्रमित का बेहतर उपचार और उसे स्वस्थ करने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न क्षेत्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है. खासकर बैंक मोड़, पुराना बाजार, हीरापुर जैसे व्यावसायिक स्थानों पर जहां प्रतिष्ठान ज्यादा हैं और प्रतिदिन लोगों की बाजारों में भीड़ रहती है. वहां प्रतिष्ठान संचालकों और उनके कर्मियों का टेस्ट कराया जा रहा है, लेकिन इसी बीच कुछ दिन पहले जिले के उपायुक्त के एक बयान से व्यवसायी वर्ग नाराज हो गए और डीसी का विरोध कर टेस्ट में सहयोग न करने की की बात कही. वहीं इस मामले पर धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार और जिला चैंबर के अध्यक्ष चेतन गोयनका की अगुवाई में बैठक हुई, जिसमे पिछले कई दिनों से चला आ रहा गतिरोध आज खत्म हो गया. धनबाद के व्यवसाइयों ने जिला प्रशासन को हर तरह का सहयोग करने का आश्वासन दिया है.दुकानदारों का कोरोना जांचइससे पहले उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कुछ दिन पहले जिले के व्यवसायियों से अपील की थी कि सभी दुकानदार अपना और अपने यहां कार्यरत कर्मियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाएं. उन्होंने चेतावनी दी कि दुकानदार इसमें सहयोग नहीं करेंगे तो प्रशासन सख्ती करेगा. उन्होंने उनकी दुकानों को सील करने की भी चेतावनी दी थी.

इसे भी पढ़ें-धनबादः CPIM ने फूंका अमित शाह का पुतला, दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा की चार्जशीट में येचुरी के नाम का विरोध

दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का आश्वासन
बैठक के बाद धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने कहा की सारे चैंबर के प्रतिनिधि सहयोगी हैं और इन्होंने आगे भी प्रशासन का सहयोग करने की भी बात कही है. साथ ही उन्हें दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था करने की बात कही है. वहीं कई दिनों से जिला प्रशासन और व्यवसायियों के बीच चले आ रहे गतिरोध पर विराम लगने से व्यवसायियों ने खुशी जाहिर की है.

कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा
कोलकाता समेत दूसरे राज्यों से लौटकर धनबाद पहुंचने वाले व्यवसायियों को 14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन से बचने के लिए आईसीएमआर के नियमों के तहत बीच का रास्ता निकालने पर सहमति बनी है. प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मी का डाटाबेस तैयार कर प्रशासन को सौंपने पर सहमति बनी है, ताकि कर्मियों का टेस्ट कराया जा सके. प्रशासन की तरफ से किए गए कोरोना टेस्ट की सूची व्यवसायियों को उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि जिन कर्मियों का टेस्ट छूट गया है, उनका टेस्ट कराया जा सके.

धनबाद: पिछले दिनों उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कोविड टेस्ट में सहयोग नहीं करने वाले व्यवसायियों के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सील करने का आदेश दिया था. उनके इस आदेश के बाद जिले के व्यवसायी नाराज होकर विरोध में आ गए थे. एसडीएम सुरेंद्र कुमार और जिला चैंबर की बैठक के बाद जिला प्रशासन के साथ व्यवसायियों के बीच सहमति बनी गई है. अब व्यापारी प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैयार हो गए हैं.

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व्यापारियों ने सहयोग का भरोसा दिलायाजिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने, संक्रमित का बेहतर उपचार और उसे स्वस्थ करने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न क्षेत्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है. खासकर बैंक मोड़, पुराना बाजार, हीरापुर जैसे व्यावसायिक स्थानों पर जहां प्रतिष्ठान ज्यादा हैं और प्रतिदिन लोगों की बाजारों में भीड़ रहती है. वहां प्रतिष्ठान संचालकों और उनके कर्मियों का टेस्ट कराया जा रहा है, लेकिन इसी बीच कुछ दिन पहले जिले के उपायुक्त के एक बयान से व्यवसायी वर्ग नाराज हो गए और डीसी का विरोध कर टेस्ट में सहयोग न करने की की बात कही. वहीं इस मामले पर धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार और जिला चैंबर के अध्यक्ष चेतन गोयनका की अगुवाई में बैठक हुई, जिसमे पिछले कई दिनों से चला आ रहा गतिरोध आज खत्म हो गया. धनबाद के व्यवसाइयों ने जिला प्रशासन को हर तरह का सहयोग करने का आश्वासन दिया है.दुकानदारों का कोरोना जांचइससे पहले उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कुछ दिन पहले जिले के व्यवसायियों से अपील की थी कि सभी दुकानदार अपना और अपने यहां कार्यरत कर्मियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाएं. उन्होंने चेतावनी दी कि दुकानदार इसमें सहयोग नहीं करेंगे तो प्रशासन सख्ती करेगा. उन्होंने उनकी दुकानों को सील करने की भी चेतावनी दी थी.

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दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का आश्वासन
बैठक के बाद धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने कहा की सारे चैंबर के प्रतिनिधि सहयोगी हैं और इन्होंने आगे भी प्रशासन का सहयोग करने की भी बात कही है. साथ ही उन्हें दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था करने की बात कही है. वहीं कई दिनों से जिला प्रशासन और व्यवसायियों के बीच चले आ रहे गतिरोध पर विराम लगने से व्यवसायियों ने खुशी जाहिर की है.

कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा
कोलकाता समेत दूसरे राज्यों से लौटकर धनबाद पहुंचने वाले व्यवसायियों को 14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन से बचने के लिए आईसीएमआर के नियमों के तहत बीच का रास्ता निकालने पर सहमति बनी है. प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मी का डाटाबेस तैयार कर प्रशासन को सौंपने पर सहमति बनी है, ताकि कर्मियों का टेस्ट कराया जा सके. प्रशासन की तरफ से किए गए कोरोना टेस्ट की सूची व्यवसायियों को उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि जिन कर्मियों का टेस्ट छूट गया है, उनका टेस्ट कराया जा सके.

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