धनबाद,निरसाः ईसीएल मुगमा एरिया अंतर्गत गोपीनाथपुर कोलियरी में शनिवार देर रात केबल लुटरों ने धावा बोला. यहां उन्होंने पंप ऑपरेटर प्रमोद कुमार को हथियार का भय दिखाकर उसे अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद अपराधियों ने कई मीटर केबल काट लिए.
इसे भी पढ़ें- धनबाद के ईसीएल कोलियरी में लूटपाट, 2 लाख रुपये का केबल लेकर फरार हुए अपराधी
धनबाद में केबल लुटेरों का आतंक जारी है. गोपीनाथपुर कोलियरी के कर्मी को बंधक बनाकर लूटपाट की है. इसको लेकर बताया जा रहा है कि लुटेरों ने कोलियरी के स्विच मैन राजकुमार चौहान और गांधी नायक को अपराधियों ने पकड़ा. लेकिन दोनों ने कोयला उत्खनन करने की बात कहकर अपराधियों से पीछा छुड़ा लिया. मोटर पंप से लेकर स्विच तक करीब 70 फिट केबल काट लिए. इसी बीच मौका देखते ही गांधी नायक ने कोलियरी पहुंचकर सुरक्षा गार्ड को घटना की जानकारी दी. अपराधी कोलियरी कार्यालय स्थित बिजली घर एवं स्टोर रूम तक पहुचने की कोशिश में जुटे थे. कार्यालय में तैनात सुरक्षा गार्ड द्वारा अपराधियों को भगाने के लिए दो राउंड फायरिंग की. इस दौरान पेट्रोलिंग वाहन भी पहुंच गयी. इसके बाद अपराधी मौके से फरार हो गए. अपराधियों की संख्या करीब 40 से 50 बताई जा रही है.
घटनास्थल पर मरम्मती का काम करा रहे गोपीनाथपुर कोलियरी के अभियंता ने बताया कि घटना रात के करीब 1 से 2 बजे की है. लुटेरों द्वारा लूट हुई केबल की कीमत हजारों में बताई जा रही है. कुछ दिन पूर्व ही अपराधियों ने ईसीएल मुगमा एरिया के बसंती माता इंक्लाईंन में दर्जनों की संख्या में केवल लूट के इरादे से प्रवेश किए, जिसमें काफी मशक्कत के बाद केवल लुटेरों को वहां से भगाया गया था.
शहरपुरा बस्ती में केबल लुटेरों ने की बमबाजीः धनबाद के विभिन्न कोलियरियों में केबल लूट की घटनाओं में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. लुटेरों द्वारा कोलकर्मियों को बंधक बनाना मारपीट करना बमबाजी कर दहशत फैलना अब आम बात हो गई है. निरसा के शहरपुरा बस्ती के समीप ईसीएल की बिजली घर पर अपराधियों ने धावा बोला. अपराधियों ने बिजली के घर के ताला तोड़ा. जिसकी भनक ड्यूटी पर तैनात कर्मियों और ग्रामीणों को लग गयी. लोग अपने घरों से निकलकर शोर मचाने लगे. अपने आपको असुरक्षित महसूस करने पर अपराधियों ने ग्रामीणों की ओर बमबाजी कर दी. बमबाजी के दौरान बम के छींटे वहीं के रहनेवाले गोपी बाउरी के के पैर में लग गयी. बमबाजी के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे. ग्रामीणों के आक्रोश के आगे अपराधियों ने घुटने टेक दिए और मौके से भागना ही मुनासिब समझा.