धनबादः राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पवार ने धनबाद दौरे के दौरान समाहरणालय में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस क्रम में उन्होंने श्रमिक नगरी भूली में सीवरेज सफाई के दौरान सफाई कर्मी की मौत की घटना पर नाराजगी जताई. उन्होंने प्रशासन को तत्काल मृतक के आश्रित को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्देश दिया है. साथ ही सफाई कर्मियों के लिए तिमाही हेल्थ चेकअप कैंप लगाने का उन्होंने निर्देश है.
सफाई मजदूरों की समस्याओं का समाधान करने का निर्देशः धनबाद के श्रमिक नगरी भूली में शौचालय टंकी सफाई के दौरान सफाई कर्मी बबलू बाल्मीकि की मौत की घटना को लेकर राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्षा अंजना पवार गुरुवार को धनबाद पहुंची थीं. घटना पर संज्ञान लेते हुए धनबाद नगर आयुक्त, उपायुक्त समेत आला अधिकारियों के साथ समाहरणालय कक्ष में उन्होंने बैठक की और घटना की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने सफाई मजदूरों की समस्या के निराकरण पर भी जोर दिया.
नियमित हेल्थ चेकअप कैंप नहीं लगाए जाने पर जतायी नाराजगीः समीक्षा के दौरान निगम और माडा के सफाई कर्मियों की अनुपस्थिति और नियमित हेल्थ चेकअप कैंप नहीं लगाए जाने को लेकर नगर आयुक्त समेत तमाम अधिकारियों पर उपाध्यक्ष अंजना पवार ने नाराजगी जाहिर की. वहीं मीडिया से बात करते हुए कहा कि आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में भूली के मृतक बबलू बाल्मिकी के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा मिल जाना चाहिए था, लेकिन अब तक उस राशि का भुगतान नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया है.
सफाई कर्मियों के प्रति संवेदनशील रहने की जरूरतः संबंधित अधिकारी पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई. जबकि नियमानुसार संबंधित अधिकारी के ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने की जरूरत थी. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री सफाई कर्मियों के प्रति काफी संवेदनशील हैं. हम सभी को उनके प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है. बैठक में सफाई कर्मियों का तिमाही हेल्थ चेकअप और सीजन के हिसाब से यूनिफॉर्म के साथ-साथ उन्हें प्रोत्साहित करने पर भी बल दिया गया.