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जियो माइनिंग फेस्ट खनन 2022 का आगाज, CIL चेयरमैन ने किया उद्घाटन, कहा-कोल इंडिया की रीढ़ है IIT-ISM - jharkhand news

धनबाद के आईआईटी आईएसएम में चार दिवसीय जियो माइनिंग फेस्ट खनन- 2022 कार्यक्रम चल रहा है (Jio Mining Fest 2022 Program in Dhanbad). इस दौरान आईआईटी- आईएसएम में इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर का उद्घाटन भी किया गया (CIL Chairman inaugurated Innovation and Incubation Center In IIT-ISM). Innovation and Incubation Center inaugurated at IIT-ISM.

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Published : Nov 4, 2022, 7:21 AM IST

धनबाद: आईआईटी आईएसएम में आयोजित जियो माइनिंग फेस्ट- 2022 के (Jio Mining Fest 2022 Program in Dhanbad) साथ ही सीआईएल की वित्तीय मदद से संस्थान में स्थापित इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर का उद्घाटन कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के चेयरमैन डॉ. प्रमोद अग्रवाल (CIL Chairman inaugurated Innovation and Incubation Center at IIT-ISM) ने किया. इस दौरान आईआईटी- आईएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर और बीसीसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक समीरन दत्ता मौके पर उपस्थित रहे.



यह भी पढें: आईआईटी आईएसएम से सूर्य ग्रहण 2022 का नजारा कैसे दिखा, जानें छात्र-छात्राओं की जुबानी

इनोवेशन करने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित किया गया: प्रमोद अग्रवाल ने सीआईएल इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर में छात्रों की ओर से विकसित किए गए कई मॉडल जैसे थ्रीडी सेंसर, रियल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम, थ्रीडी माइन मैपिंग और उनकी उपयोगिता के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि सभी मॉडल अच्छे हैं और भविष्य में खनन उद्योग के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं. छात्रों में इनोवेशन और इंक्यूवेशन को बढ़ावा देने के मकसद से खनन-22 के उद्घाटन के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अच्छा और उपयोगी मॉडल विकसित करें, कंपनी ऐसे कार्यों के लिए हमेशा सहयोग करेगी. संस्थान में स्थापित इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर इसका सबसे बेहतर नमूना है.

देखें वीडियो




कोलवेड मीथेन का व्यावसायिक उत्पादन होगा: डॉ. प्रमोद अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बीसीसीएल के झरिया एरिया में कोलवेड मीथेन का व्यावसायिक उत्पादन हो सकेगा. इसके लिए हम अभी अन्वेषण (एक्सप्लेरेशन) के स्तर पर है. अगले तीन साल बाद व्यवसायिक उत्पादन करने की स्थिति में आ जाएंगे. संभावना है कि शुरू होने के बाद अगले 25 साल तक इसका उत्पादन जारी रहे. इससे कंपनी की आर्थिक स्थिति भी मजबूत बनेगी.

झरिया पुर्नवास सवाल का भी दिया जवाब: झरिया पुर्नवास पर उन्होंने कहा कि इस पर काम अभी चल रहा है, एक नई नीति बनाई जाएगी. झरिया पुनर्वास का संसोधित प्लान जल्द ही आ जायेगा, इस पर चर्चा हो चुकी है. बता दें कि देश के कोयला मजदूरों के वेतन समझौते के लिए गठित जेबीसीसीआइ 11 बोर्ड की छठी बैठक भी हो चुकी है. मजदूरों के वेतन बढ़ोतरी के लिए यूनियन और कोल इंडिया के बीच बैठके हो रही है. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पा रहा है. 10 वीं वेज बोर्ड की अवधि खत्म हो चुकी है. 11 वीं वैज बोर्ड के लिए छह बार बैठक हो चुकी है. यूनियन मजदूरों के लिए 50 फीसदी वेतन वृद्वि की मांग कर रहे हैं. जिस पर कोल इंडिया 20 फीसदी वेतन वृद्वि की बात कही थी. 11 वैज बोर्ड के निर्णय का 2 लाख 90 हजार मजदूरों की निगाहें टिकी है.


इनोवेशन और इंक्यूवेशन को बढ़ावा देना: संस्थान के प्रमुख प्रो. राजीव शेखर ने कहा कि चार दिवसीय फेस्ट का मकसद छात्रों में इनोवेशन और इंक्यूवेशन को बढ़ावा देना है. संस्थान उपयोगी मॉडल के व्यावसायिक उत्पादन के लिए कंपनियों से एमओयू भी कर सकता है. इस फेस्ट में देश के विभिन्न संस्थानों जैसे आईआईटी वाराणसी, आईआईटी पटना, बीआईटी और कई रिजनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थानों के 600 छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं. इस फेस्ट के दौरान डिबेट्स, कार्यशाला आदि का भी आयोजन किया जाएगा. लगभग 100 कंपनियों के उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया है. इसके अलावा आईआईटी इनोवेशन हब टैक्समिन में छात्रों की ओर से स्टार्टअप के तहत उत्पादित उत्पादों का भी प्रदर्शन किया जा रहा है.

धनबाद: आईआईटी आईएसएम में आयोजित जियो माइनिंग फेस्ट- 2022 के (Jio Mining Fest 2022 Program in Dhanbad) साथ ही सीआईएल की वित्तीय मदद से संस्थान में स्थापित इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर का उद्घाटन कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के चेयरमैन डॉ. प्रमोद अग्रवाल (CIL Chairman inaugurated Innovation and Incubation Center at IIT-ISM) ने किया. इस दौरान आईआईटी- आईएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर और बीसीसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक समीरन दत्ता मौके पर उपस्थित रहे.



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इनोवेशन करने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित किया गया: प्रमोद अग्रवाल ने सीआईएल इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर में छात्रों की ओर से विकसित किए गए कई मॉडल जैसे थ्रीडी सेंसर, रियल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम, थ्रीडी माइन मैपिंग और उनकी उपयोगिता के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि सभी मॉडल अच्छे हैं और भविष्य में खनन उद्योग के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं. छात्रों में इनोवेशन और इंक्यूवेशन को बढ़ावा देने के मकसद से खनन-22 के उद्घाटन के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अच्छा और उपयोगी मॉडल विकसित करें, कंपनी ऐसे कार्यों के लिए हमेशा सहयोग करेगी. संस्थान में स्थापित इनोवेशन और इंक्यूवेशन सेंटर इसका सबसे बेहतर नमूना है.

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कोलवेड मीथेन का व्यावसायिक उत्पादन होगा: डॉ. प्रमोद अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बीसीसीएल के झरिया एरिया में कोलवेड मीथेन का व्यावसायिक उत्पादन हो सकेगा. इसके लिए हम अभी अन्वेषण (एक्सप्लेरेशन) के स्तर पर है. अगले तीन साल बाद व्यवसायिक उत्पादन करने की स्थिति में आ जाएंगे. संभावना है कि शुरू होने के बाद अगले 25 साल तक इसका उत्पादन जारी रहे. इससे कंपनी की आर्थिक स्थिति भी मजबूत बनेगी.

झरिया पुर्नवास सवाल का भी दिया जवाब: झरिया पुर्नवास पर उन्होंने कहा कि इस पर काम अभी चल रहा है, एक नई नीति बनाई जाएगी. झरिया पुनर्वास का संसोधित प्लान जल्द ही आ जायेगा, इस पर चर्चा हो चुकी है. बता दें कि देश के कोयला मजदूरों के वेतन समझौते के लिए गठित जेबीसीसीआइ 11 बोर्ड की छठी बैठक भी हो चुकी है. मजदूरों के वेतन बढ़ोतरी के लिए यूनियन और कोल इंडिया के बीच बैठके हो रही है. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पा रहा है. 10 वीं वेज बोर्ड की अवधि खत्म हो चुकी है. 11 वीं वैज बोर्ड के लिए छह बार बैठक हो चुकी है. यूनियन मजदूरों के लिए 50 फीसदी वेतन वृद्वि की मांग कर रहे हैं. जिस पर कोल इंडिया 20 फीसदी वेतन वृद्वि की बात कही थी. 11 वैज बोर्ड के निर्णय का 2 लाख 90 हजार मजदूरों की निगाहें टिकी है.


इनोवेशन और इंक्यूवेशन को बढ़ावा देना: संस्थान के प्रमुख प्रो. राजीव शेखर ने कहा कि चार दिवसीय फेस्ट का मकसद छात्रों में इनोवेशन और इंक्यूवेशन को बढ़ावा देना है. संस्थान उपयोगी मॉडल के व्यावसायिक उत्पादन के लिए कंपनियों से एमओयू भी कर सकता है. इस फेस्ट में देश के विभिन्न संस्थानों जैसे आईआईटी वाराणसी, आईआईटी पटना, बीआईटी और कई रिजनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थानों के 600 छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं. इस फेस्ट के दौरान डिबेट्स, कार्यशाला आदि का भी आयोजन किया जाएगा. लगभग 100 कंपनियों के उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया है. इसके अलावा आईआईटी इनोवेशन हब टैक्समिन में छात्रों की ओर से स्टार्टअप के तहत उत्पादित उत्पादों का भी प्रदर्शन किया जा रहा है.

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