धनबाद/निरसाः जिले के निरसा विधानसभा अंतर्गत चिरकुंडा नगर परिषद में करोड़ों खर्च कर 8 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है. एक शौचालय में अमूमन 25 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. इतने पैसे खर्च करने के बाद भी शौचालयों को उपयोग में नहीं लाया जा रहा है. अधिकारियों व नगर परिषद प्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सभी शौचालयों में ताला लटका रहा है.
सभी शौचालयों को संवेदकों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से घनी आबादी से दूर बनाया गया है. यही वजह है कि उनका उपयोग न के बराबर होता है. वहीं, चिरकुंडा नगर परिषद, शौचालय निर्माण करा कर अपनी उपलब्धियां गिना रहा है. नगर परिषद के सभी 21 वार्डों में आंकड़ों के मुताबिक 90 फीसदी लोगों के पास शौचालय है. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र 60 फीसदी लोगों के पास ही शौचालय है. जिसमें सरकारी मदद से बना शौचालय या लोगों द्वारा खुद से निर्मित है.
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नगरवासियों की मानें तो शौचालय पिछले 1 साल से बनकर तैयार हैं. मगर उनको अभी तक आम लोगों के लिए चालू नहीं किया गया है. विडंबना यह है कि शौचालय अब टूटने भी लगे है. चिरकुंडा नगर परिषद के अध्यक्ष डब्लू बाउरी ने बताया कि इसके लिए 4 बार टेंडर निकाली गई थी. राशि ज्यादा होने के कारण कोई भी व्यक्ति टेंडर लेने को इच्छुक नहीं है. इसकी राशि कम करके यथाशीघ्र टेंडर निकाला जाएगा और जल्द से जल्द सभी सामुदायिक शौचालय को पुनः चालू कराया जाएगा.