धनबाद: निरसा गांजा प्रकरण मामले में सीआइडी के समक्ष जो बयान कोयला तस्कर राजीव राय ने दिया है. उसमें उसने कहा है कि पुलिस ने उसे जबरन उससे मिथुन डे का नाम बुलवाया है. जबकि चिरंजीत घोष की पत्नी का आरोप है कि बंगाल के पुलिस अधिकारी मिथुन डे के कहने पर ही उसे गांजा तस्करी में फंसाया गया था. सीआइडी के लिए अब इस मामले की जांच और भी चुनौती पूर्ण हो गई है. सीआइडी अब जेल में बंद नीरज तिवारी और सुनील चौधरी को अदालत से रिमांड पर लेने की तैयारी में है. साथ ही इनसे पूछताछ के बाद सीआइडी की जांच आगे बढ़ेगी.
इसीएल कर्मी चिरंजीत घोष की पत्नी ने बंगाल के पुलिस अधिकारी मिथुन डे के खिलाफ झारखंड के मुख्यमंत्री और बंगाल के मुख्यमंत्री शिकायत करते हुए उनके पति को गांजा तस्करी में साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया था. जिसके बाद पुलिस अधिकारी मिथुन डे को उनके पदस्थापित स्थान से हटा दिया गया था. इसके साथ ही उनके पति चिरंजीत घोष को पुलिस ने तथ्यों में भूल बताते हुए जेल बाहर निकाला था. वहीं, अब कोयला तस्कर राजीव राय का सीआइडी के सामने बयान दिया है कि धनबाद पुलिस ने उससे जबरन मिथुन डे का नाम कहने के लिए कहा था. राजीव के दिए बयान के मुताबिक धनबाद पुलिस एसएसपी आवास में उठाकर ले गई थी.
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सीआइडी की टीम ने नीरज तिवारी, सुनील कुमार चौधरी और रवि ठाकुर को गिरफ्तार कर इस मामले में जेल भेज दिया था. सीआइडी नीरज तिवारी और सुनील कुमार चौधरी को 3 दिनों के रिमांड पर लेने की कोशिश में जुटी है. अदालत से रिमांड पर लेने के बाद इनसे पूछताछ के बाद सीआइडी की जांच प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.