धनबाद: जिला के राजकीय रेल थाना में एक 3 वर्षीय बच्ची की चोरी मामले की शिकायत ना लेने पर चिल्ड्रन फाउंडेशन की सदस्य जांच के लिए जीआरपी थाना प रिसर पहुंची. जांच के बाद चिल्ड्रन फाउंडेशन की सदस्य मालती देवी ने बताया कि घटनास्थल राजकीय रेल थाना क्षेत्र के अंतर्गत ही आता है, फिर भी मामले की शिकायत नहीं ली गई. जबकि बीते 1 फरवरी से ही पीड़ित महिला जिला पुलिस और रेलवे पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रही है.
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जानकारी के मुताबिक, राजकीय रेल थाना क्षेत्र के स्टेशन कैंपस में पीड़ित महिला और एक युवक हंगामा करते दिखे. पीड़ित महिला ने युवक पर बच्ची की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था. महिला के इनकार करने के बाद दूसरे दिन ही बच्ची चोरी की घटना घटी. जिसके बाद बच्ची चोरी की शिकायत लेकर पीड़ित महिला राजकीय रेल थाना पहुंची, जहां शिकायत लेने से मना कर दिया गया और उन्हें सदर थाना जाने की सलाह दी गई.
चिल्ड्रन फाउंडेशन की सदस्य ने क्या कहा: चिल्ड्रन फाउंडेशन की सदस्य मालती देवी ने घटना राजकीय रेल थाना क्षेत्र के अंतर्गत होने की पुष्टि की है. जांच के बाद चिल्ड्रन फाउंडेशन की सदस्य मालती देवी ने बताया कि पिछले 1 फरवरी को एक बच्ची की चोरी हो गई थी. जिसको लेकर पीड़ित महिला राजकीय रेल थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराने पहुंची. जहां पर राजकीय रेल थाना पुलिस ने घटना अपने क्षेत्र के ना होने की बात बताते हुए पीड़ित महिला को स्थानीय सदर थाना जाने को कहा. जबकि वह क्षेत्र राजकीय रेल थाना के अंतर्गत आता है. ऐसे में इतनी बड़ी लापरवाही राजकीय पुलिस के द्वारा करना समझ से परे है. जबकि पीड़ित महिला न्याय के लिए गुहार लगा रही है. चिल्ड्रन फाउंडेशन की सदस्य ने मामले को गंभीरता से उठाने की बात कही है.
पीड़ित महिला ने दी जानकारी: पीड़ित महिला ने बताया कि 'बीते 1 फरवरी को मैं अपने 3 वर्षीय बच्ची काजल कुमारी को लेकर स्टेशन हनुमान मंदिर के पीछे सोई हुई थी. लगभग सुबह 10:30 बजे मेरी नींद खुली तो देखा कि मेरी बच्ची गायब है.' महिला के पति कन्हैया रविदास पास में ही फुटपाथ पर दुकान चलाते हैं. महिला ने घटना की जानकारी अपने पति को दी. जिसके बाद महिला और उसका पति दोनों के काफी ढूंढने के बाद भी बच्ची नहीं मिली. जिसके बाद मामले को लेकर वे राजकीय रेल पुलिस पहुंचे. जहां पुलिस ने कहा कि घटना धनबाद सदर थाना क्षेत्र की है और उन्हें वहां से सदर थाना भेज दिया. जब वे लोग सदर थाना पहुंचे तो जांच अधिकारी घटनास्थल पर गए. उन्होंने बताया कि वह क्षेत्र राजकीय रेल पुलिस के अंतर्गत है.