धनबाद: रमजान के पूरे महीने के रोजे के बाद मुस्लिम धर्मावलंबियों को शुक्रवार को चांद का दीदार हुआ. जिसके बाद शनिवार को ईद मनाई जा रही है. ईद का जश्न पूरे देश के साथ-साथ धनबाद कोयलांचल में भी नजर आ रहा है.
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ईद उल फितर को लेकर धनबाद में अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमिन की तरफ से नमाज के लिए समय सारणी जारी की गई, जिसमें धनबाद जिले में 49 स्थानों पर ईद उल फितर की नमाज अता की की गयी. जिसके तहत धनबाद के रेलवे ग्राउंड, नया बाजार, डीसी कंपाउंड, मनाइटांड़, नूरी मस्जिद सहित विभिन्न ईदगाहों में मुस्लिम समाज के लोगों ने ईद उल फितर का नमाज अता की गयी.
रेलवे ग्राउंड में चतरा के डीसी अबु इमरान ने भी ईद की नमाज अता की. अबु इमरान वासेपुर के रहने वाले हैं. उनका पूरा परिवार वासेपुर में ही रहता है. ईद पर वह अपने घर पहुंचे थे. जहां रेलवे ग्राउंड में सभी के साथ उन्होने ईद की नमाज अता की. नमाज अता करने के बाद एक दूसरे को बधाइयां दी. वहीं मीडिया को बताया कि देश में अमन-चैन, आपसी सौहार्द और एकता के लिए दुआ मांगी गई है, जिससे कि देश तरक्की के मार्ग पर बढ़ सके.
शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है ईद: दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, सभी महीनों की तरह ही ये महीना भी नए चांद दिखने के साथ शुरू होता है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पाक शहर मदीने में ईद उल फितर मनाने का उत्सव शुरू हुआ था. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ईद का त्योहार पैगंबर हजरत मुहम्मद द्वारा बद्र की लड़ाई में जीत हासिल करने के बाद मनाया गया था. इस जीत की खुशी में सभी का मुंह मीठा करवाया गया था. इसलिए इस दिन को मीठी ईद के रूप में मनाया जाता है. ईद की शुरुआत में सुबह नए कपड़े पहनकर लोग ईदगाह जाते हैं, जहां सभी लोग एक साथ ईद की नमाज़ अता करते हैं.
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24 मार्च से शुरू हुआ था रमजान: भारत में इस साल रमजान के पाक महीने की शुरुआत 24 मार्च 2023 को हुई थी, जो कि इस्लामिक कैलेंडर का 9वां महीना होता है. इस तरह 29वें रोजे के बाद इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के 10वें महीने जिसे शव्वाल कहा गया है, उसके पहले दिन ईद मनाई जाती है. इस दिन जकात यानी दान का भी काफी महत्व है. कुरान की मानें तो ईद के अवसर पर किसी गरीब व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार, दान करने से अल्लाह की कृपा सदैव बनी रहती है.
अमन और भाईचारे को बढ़ावा देता है ईद का त्योहार: ईद के अवसर पर लोग नये-नये कपड़े पहनते हैं, आपस में गले मिलकर एक दूसरे को सेवइयां खिलाते हैं और उपहार देते हैं. इस्लाम धर्म का यह त्योहार मूलरूप से अमन और भाईचारे को बढ़ावा देता है तथा अपने मजहब के प्रति समर्पण को दर्शाता है.