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धनबादः विश्व साक्षरता दिवस पर निकाला गया कैंडल मार्च, स्कूल छोड़ चुके बच्चों को जोड़ना उद्देश्य - धनबाद में विश्व साक्षरता दिवस पर कैंडल मार्च निकाला गया

धनबाद के झरिया में चिल्ड्रन क्लासेस की ओर से अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कैंडल मार्च निकाला गया. कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे चिल्ड्रन क्लासेस के बिनाकी राय ने कहा कि निरक्षरता एक अभिशाप है.

Candle march held on World Literacy Day in dhanbad
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Published : Sep 8, 2020, 10:41 PM IST

धनबाद: जिले के झरिया में चिल्ड्रन क्लासेस की ओर से अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कैंडल मार्च निकाला गया. कैंडल मार्च के माध्यम से लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक किया कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हुए.

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कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं चिल्ड्रन क्लासेस के बिनाकी राय ने कहा कि निरक्षरता एक अभिशाप है. अभी भी देश में साक्षरता दर बहुत कम है. लोगों को अधिक से अधिक साक्षरता से जोड़ना होगा, तभी साक्षर भारत का सपना साकार हो सकेगा.

उन्होंने कहा कि कैंडल मार्च ज्यादातर ऐसे बच्चे शामिल हैं, जिनके माता-पिता का जीवन कोयला चुनकर चलता है. उनकी पढ़ाई लिखाई पर चिल्ड्रेन क्लासेस विशेष फोकस करती है. विदेशी संस्था के सहयोग से पिछले तीन साल से कैंडल मार्च का आयोजन इन बच्चों के माध्यम से कराया जा रहा. इसका मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों और उनके अभिभावकों को शिक्षा के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना. जिन बच्चों ने किसी कारणवश स्कूल ड्राप कर दिया है. ऐसे बच्चों को फिर से स्कूल में वापस ला सकें.

धनबाद: जिले के झरिया में चिल्ड्रन क्लासेस की ओर से अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कैंडल मार्च निकाला गया. कैंडल मार्च के माध्यम से लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक किया कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हुए.

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कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं चिल्ड्रन क्लासेस के बिनाकी राय ने कहा कि निरक्षरता एक अभिशाप है. अभी भी देश में साक्षरता दर बहुत कम है. लोगों को अधिक से अधिक साक्षरता से जोड़ना होगा, तभी साक्षर भारत का सपना साकार हो सकेगा.

उन्होंने कहा कि कैंडल मार्च ज्यादातर ऐसे बच्चे शामिल हैं, जिनके माता-पिता का जीवन कोयला चुनकर चलता है. उनकी पढ़ाई लिखाई पर चिल्ड्रेन क्लासेस विशेष फोकस करती है. विदेशी संस्था के सहयोग से पिछले तीन साल से कैंडल मार्च का आयोजन इन बच्चों के माध्यम से कराया जा रहा. इसका मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों और उनके अभिभावकों को शिक्षा के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना. जिन बच्चों ने किसी कारणवश स्कूल ड्राप कर दिया है. ऐसे बच्चों को फिर से स्कूल में वापस ला सकें.

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