धनबाद: कोयलांचल के निरसा इलाके के ईसीएल मोकामा क्षेत्र के गोपीनाथपुर कोलियरी में अवैध उत्खनन के दौरान कई लोगों की जान गयी. यह मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. गुरुवार को झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने अवैध उत्खनन क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सर्वप्रथम सुरक्षा में तैनात अधिकारियों पर एफआईआर होनी चाहिए.
इसे भी पढ़ें- खदान हादसाः धनबाद में चाल धंसने के बाद अब तक 12 शव निकाले गए, रेस्क्यू जारी
धनबाद के निरसा इलाके के गोपीनाथपुर, कपासारा और पंचेत के बसंतिमाता कोलियरी में अवैध उत्खनन के दौरान हुई मौतों का जायजा लेने गुरुवार दोपहर नेता प्रतिपक्ष बाबू लाल मरांडी निरसा पहुंचे. इस दौरान उनके साथ निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता और धनबाद विधायक राज सिन्हा भी मौजूद रहे. वहीं बाबूलाल मरांडी मृतक के परिजनों से भी मिलकर ढांढस बंधाने का काम किया. इधर मीडिया से बातचीत में बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और इसीएल प्रबंधन मिलकर क्षेत्र में कोयला चोरी करवा रही है.
उन्होंने सभी को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है, बाबूलाल ने कहा कि संगठित तरीके से कोयला तस्कर, पुलिस प्रशासन और इसीएल प्रबंधन मिलकर चोरी करवा रही है. बिना अधिकारियों की मिलीभगत के कोयला चोरी हो ही नहीं सकती है. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि कोयला चोरी पर रोक लगाए. उन्होंने कहा कि सारी मलाई कोयला तस्कर, पुलिस प्रशासन और इसीएल प्रबंधन खा रही है. लेकिन बेचारे गरीब मजदूर भूख मिटाने के लिए खुद की जान जोखिम में डालकर काल के गाल में समा रहे हैं
उन्होंने इस मुद्दे को प्रमुखता से विधानसभा में उठाने साथ ही साथ जनता की अदालत में भी उठाने की बात कही. इस मौके पर उनके साथ धनबाद विधायक राज सिन्हा और निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता के साथ-साथ काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. धनबाद खदान हादसा के बाद बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने निरसा गोपीनाथपुर कोलियरी का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.