धनबादः बीसीसीएल (BCCL) ब्लॉक के बेनीडीह मेन साइडिंग में सेलपीकर मजदूर के रूप में कार्यरत 133 महिला और पुरुष मजदूर पिछले दो दिनों से हड़ताल में चले गए हैं. हड़ताल कर रहे मजदूर हाई पावर कमिटी की ओर से तय वेतन और पिछले तीन माह के बकाए वेतन की मांग कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार देर रात मजदूरों को धरने से उठाने पहुंचे अधिकारियों से प्रदर्शनकारियों की तीखी झड़प हुई. बाद में गतिरोध न टूटने से बीसीसीएल अफसरों को बैरंग लौटना पड़ा.
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बता दें कि आंदोलनकारी मजदूर साइडिंग में कार्य ठप कर कार्यस्थल पर ही 24 घंटे धरना पर बैठे हैं. मेन साइडिंग के टारस्पॉटिंग का काम एसएमएसजेबी कंपनी कर रही है. शुक्रवार देर रात्रि लगभग 11:30 बजे ब्लॉक-2 जीएम चितरंजन कुमार, सेल्स ऑफिसर टीएस चौहान, बाघमारा सीओ केके सिंह, बाघमारा थाना प्रभारी धरनास्थल दर्जनों की संख्या में पुलिस और सीआईएसएफ जवानों के साथ पहुंचे और जबरन आंदोलन खत्म कराने की कोशिश करने लगे. इस दौरान बीसीसीएल अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस हुई और मजदूर धरनास्थल से नहीं हटे. इसके साथ ही प्रदर्शनकारी मजदूरों ने बीसीसीएल अधिकारियों और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शनकारी मजदूर बीसीसीएल अधिकारियों से डरे नहीं और विरोध शुरू कर दिया. इससे सभी अधिकारियों को वापस लौटना पड़ा.
तय वेतन का भुगतान नहीं कर रहा ठेकेदार
आंदोलन कर रही मजदूर किरण देने कहती हैं कि 21 हजार वेतन के बदले 62 सौ रुपये दिया जा रहा है. इसमें भी पिछले तीन माह से वेतन बकाया है. ठेकेदार अपनी मनमर्जी से हम मजदूरों का उत्पीड़न कर रहा है. इसकी शिकायत बीसीसीएल प्रशासन से की, लेकिन सुनने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि आंदोलन करना ही विकल्प था. अब जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.