धनबाद: कोल इंडिया के अनुषांगिक इकाई बीसीसीएल ने लॉकडाउन में भी वित्तीय वर्ष 2019-20 में 918 करोड़ का मुनाफा कमाया है, जबकि कंपनी को पिछले वित्तीय वर्ष में 288 करोड़ का मुनाफा हुआ था. बीसीसीएल के वित्त निदेशक समीरण दत्ता ने इस बात की जानकारी दी है.
समीरण दत्ता ने कहा कि पावर प्लांटों में मुख्य रूप से डीवीसी के पास 1200 करोड़, डब्ल्यूपीडीसीएल के पास 530 करोड़, सेल में 600 करोड़, जबकि एनटीपीसी में 400 करोड़ बकाया है. इसके अलावा अन्य और भी कंपनियां हैं जिन पर कुल बकाया राशि 3200 करोड़ है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कंपनी के उत्पादन लागत में भी कमी आई है. गुणवत्ता के कारण बीसीसीएल का कोयला लगभग 600 रुपये प्रति टन है, यही कारण है की हम अपने नियमित ग्राहकों को भी कुछ छूट दे रहे हैं.
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बीसीसीएल के वित्त निदेशक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जारी राहत पैकेज का जिक्र करते हुए कहा कि यदि हमारे उपभोक्ता को कंपनी की ओर से भुगतान में विलंब होता है, तो हम राहत पैकेज से भी कार्य और कर्मचारियों के वेतन में निरंतरता बनाए रखेंगें. वित्त निदेशक ने कहा कि हालांकि जून महीने का भुगतान कर्मियों को समयानुसार करने जा रहे हैं, अन्य भुगतान को भी हम समय पर भुगतान करने का प्रयास करेंगे. कोरोना काल में जहां ज्यादातर कंपनियां घाटे में चल रही है वहीं बीसीसीएल ने मुनाफा कमाया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है.