ETV Bharat / state

नीरज हत्याकांड: तीसरी तारीख में भी गवाही के लिए नहीं पहुंचे इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर

बहुचर्चित नीरज सिंह हत्याकांड में गवाही के लिए तीसरी तारीख पर भी नहीं पहुंचे इंवेस्टिगेशन पुलिस ऑफिसर. बीजेपी विधायक संजीव सिंह समेत अन्य आरोपियों की एडीजे 14 आलोक कुमार दुबे की अदालत में हुई पेशी

नीरज हत्याकांड में सभी आरोपी की हुई कोर्ट में पेशी
author img

By

Published : Aug 1, 2019, 11:39 PM IST

धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में आरोपी झरिया बीजेपी विधायक संजीव सिंह की अदालत में पेशी हुई. आरोपी विधायक के साथ-साथ अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई. अदालत में 34वें गवाह के रूप में जौनपुर के रहनेवाले धीरज कुमार गुप्ता की गवाही हुई. धीरज गुप्ता जौनपुर में सहज जनसेवा केंद्र के संचालक हैं.

देखें पूरी खबर

संजीव सिंह के अधिवक्ता मो. जावेद ने बताया कि अनुसंधानकर्ता (इंवेस्टिगेशन पुलिस ऑफिसर) ने अपने अनुसंधान में यह बातें लिखी थी, कि 24 मार्च 2017 को हत्याकांड का एक आरोपी पंकज सिंह द्वारा जौनपुर में धीरज गुप्ता के सेवा केंद्र से हावड़ा से वाराणसी के लिए एक टिकट बुक कराया गया था. 21 मार्च को नीरज सिंह समेत पांच लोगों की हत्या की घटना के बाद तथाकथित शूटर धनबाद से कोलकाता चले गए थे. लाइजनर के रूप में काम कर रहे पंकज सिंह 24 मार्च को उन शूटरों को कोलकाता से लेकर वाराणसी गए थे.

इसे भी पढ़ें:- BJP विधायक के समर्थकों पर आदिवासियों की जमीन हड़पने का आरोप, विरोध में धरना-प्रदर्शन

अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने बताया कि धीरज गुप्ता ने अदालत में यह गवाही दी कि वह किसी पंकज नाम के व्यक्ति को नहीं जानता है. उसने जौनपुर के ही रहने वाले बच्चू नामक व्यक्ति का 24 मार्च के लिए टिकट बुक किया था. जो कि उसकी विवरणी में मौजूद है. अधिवक्ता ने बताया कि पंकज सुल्तानपुर का रहनेवाला है. उन्होंने बताया कि अनुसंधानकर्ता के द्वारा यह कहा गया था कि पंकज की टिकट धीरज गुप्ता ने ही बनायी थी, लेकिन धीरज ने अदालत में यह गवाही दी कि वह किसी पंकज नाम के व्यक्ति को नही जानता.

सुप्रीम कोर्ट का निर्देश, जल्द हो केस का निष्पादन
नीरज हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी पिछले दो तारीख से अदालत में गवाही देने नहीं पहुंच पा रहे हैं. गुरुवार को उनके गवाही की तीसरी तारीख थी. अधिवक्ता मो. जावेद का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि इस मामले का त्वरित निष्पादन हो. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए अभियोजन पक्ष के वकील ने अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी को इस केस की अहम कड़ी बताया. उनके द्वारा यह बताया गया था कि श्रावणी मेला में अनुसंधानकर्ता के चले जाने से त्वरित निष्पादन में कठिनाई खड़ी हो सकती है. अधिवक्ता ने बताया कि अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी ने केस का हवाला देकर श्रवणी मेला में पदस्थापन रुकवा ली, लेकिन सरायढेला के साइबर थाना में रहते हुए भी वह गवाही देने से भागे भागे फिर रहे हैं.

धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में आरोपी झरिया बीजेपी विधायक संजीव सिंह की अदालत में पेशी हुई. आरोपी विधायक के साथ-साथ अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई. अदालत में 34वें गवाह के रूप में जौनपुर के रहनेवाले धीरज कुमार गुप्ता की गवाही हुई. धीरज गुप्ता जौनपुर में सहज जनसेवा केंद्र के संचालक हैं.

देखें पूरी खबर

संजीव सिंह के अधिवक्ता मो. जावेद ने बताया कि अनुसंधानकर्ता (इंवेस्टिगेशन पुलिस ऑफिसर) ने अपने अनुसंधान में यह बातें लिखी थी, कि 24 मार्च 2017 को हत्याकांड का एक आरोपी पंकज सिंह द्वारा जौनपुर में धीरज गुप्ता के सेवा केंद्र से हावड़ा से वाराणसी के लिए एक टिकट बुक कराया गया था. 21 मार्च को नीरज सिंह समेत पांच लोगों की हत्या की घटना के बाद तथाकथित शूटर धनबाद से कोलकाता चले गए थे. लाइजनर के रूप में काम कर रहे पंकज सिंह 24 मार्च को उन शूटरों को कोलकाता से लेकर वाराणसी गए थे.

इसे भी पढ़ें:- BJP विधायक के समर्थकों पर आदिवासियों की जमीन हड़पने का आरोप, विरोध में धरना-प्रदर्शन

अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने बताया कि धीरज गुप्ता ने अदालत में यह गवाही दी कि वह किसी पंकज नाम के व्यक्ति को नहीं जानता है. उसने जौनपुर के ही रहने वाले बच्चू नामक व्यक्ति का 24 मार्च के लिए टिकट बुक किया था. जो कि उसकी विवरणी में मौजूद है. अधिवक्ता ने बताया कि पंकज सुल्तानपुर का रहनेवाला है. उन्होंने बताया कि अनुसंधानकर्ता के द्वारा यह कहा गया था कि पंकज की टिकट धीरज गुप्ता ने ही बनायी थी, लेकिन धीरज ने अदालत में यह गवाही दी कि वह किसी पंकज नाम के व्यक्ति को नही जानता.

सुप्रीम कोर्ट का निर्देश, जल्द हो केस का निष्पादन
नीरज हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी पिछले दो तारीख से अदालत में गवाही देने नहीं पहुंच पा रहे हैं. गुरुवार को उनके गवाही की तीसरी तारीख थी. अधिवक्ता मो. जावेद का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि इस मामले का त्वरित निष्पादन हो. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए अभियोजन पक्ष के वकील ने अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी को इस केस की अहम कड़ी बताया. उनके द्वारा यह बताया गया था कि श्रावणी मेला में अनुसंधानकर्ता के चले जाने से त्वरित निष्पादन में कठिनाई खड़ी हो सकती है. अधिवक्ता ने बताया कि अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी ने केस का हवाला देकर श्रवणी मेला में पदस्थापन रुकवा ली, लेकिन सरायढेला के साइबर थाना में रहते हुए भी वह गवाही देने से भागे भागे फिर रहे हैं.

Intro:धनबाद।पूर्व डिप्टी मेयर सह कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में आरोपी बीजेपी झरिया विधायक संजीव सिंह समेत अन्य आरोपियों की गुरुवार को अदालत में पेशी हुई।अदालत में 34वें गवाह के रूप में जौनपुर के रहनेवाले धीरज कुमार गुप्ता की गवाही हुई।धीरज गुप्ता जौनपुर में सहज जनसेवा केंद्र के संचालक हैं।


Body:जेल में बंद बीजेपी झरिया विधायक संजीव सिंह समेत अन्य आरोपी गुरुवार को नीरज हत्याकांड मामले में एडीजे 14 आलोक कुमार दुबे की अदालत में हाजिर हुए। नीरज हत्याकांड में 34वें गवाह धीरज गुप्ता ने अदालत में गवाही दी।धीरज गुप्ता मुख्य रूप से यूपी के जौनपुर का रहने वाला है। वह जौनपुर में सहज जन सेवा केंद्र का संचालक है।जनसेवा केंद्र के माध्यम से धीरज ट्रेन और बसों की टिकट बुक करने का कार्य करते हैं।

संजीव सिंह के अधिवक्ता मो जावेद ने बताया कि अनुसंधानकर्ता(इंवेस्टिगेशन पुलिस ऑफिसर) ने अपने अनुसंधान में यह बातें लिखी थी कि 24 मार्च 2017 को हत्याकांड का एक आरोपी पंकज सिंह द्वारा जौनपुर में धीरज गुप्ता के सेवा केंद्र से हावड़ा से वाराणसी के लिए एक टिकट बुक कराया गया था।21 मार्च को नीरज सिंह समेत पांच लोगों की हत्या की घटना के बाद तथाकथित शूटर धनबाद से कोलकाता चले गए थे।लाइजनर के रूप में काम कर रहे पंकज सिंह 24 मार्च को उन शूटरों को कोलकाता से लेकर वाराणसी गए थे।

अधिवक्ता मो जावेद ने बताया कि धीरज गुप्ता ने अदालत में यह गवाही दी कि वह किसी पंकज नाम के व्यक्ति को नही जानता है।उसने जौनपुर के ही रहनेवाले बच्चू नामक व्यक्ति का 24 मार्च के लिए टिकट बुक किया था।जो कि उसकी विवरणी में मौजूद है।अधिवक्ता ने बताया कि पंकज सुल्तानपुर का रहनेवाला है।उन्होंने बताया कि अनुसंधानकर्ता के द्वारा यह प्रयास किया गया था कि पंकज का टिकट धीरज गुप्ता ने ही बनाया था।लेकिन धीरज ने अदालत में यह गवाही दी कि वह किसी पंकज नाम के व्यक्ति को नही जानता।

नीरज हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी पीछले दो तारीखों से अदालत में गवाही देने नही पहुंच पा रहे हैं।गुरुवार को उनके गवाही की तीसरी तारीख थी।लेकिन उन्होंने अदालत को अपने आप को व्यस्त बताते हुए गवाही के लिए नही पहुँचे।अधिवक्ता मो जावेद का कहना है सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि इस मामले का त्वरित निष्पादन हो।सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए अभियोजन पक्ष के वकील ने अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी को इस केस की अहम कड़ी बताते हुए श्रावणी मेला में ड्यूटी लगाने से रोक लगाने की अपील की गई थी।उनके द्वारा यह बताया गया था कि श्रावणी मेला में अनुसंधानकर्ता के चले जाने से त्वरित निष्पादन में कठिनाई खड़ी हो सकती है।

अधिवक्ता ने बताया कि अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी ने केस का हवाला देकर श्रवणी मेला में पदस्थापन रुकवा लिए।लेकिन सरायढेला के साइबर थाना में रहते हुए भी वह गवाही देने से भागे भागे फिर रहे हैं।





Conclusion:बहरहाल, अदालत का फ़ैसला आने के बाद ही पूरी सच्चाई से पर्दा उठ सकेगा।लेकिन अनुसंधानकर्ता द्वारा कोर्ट में गवाही के लिए नही पहुँच पाने पर बचाव पक्ष के वकील सवाल खड़ा कर रहे हैं।जब अनुसंधानकर्ता श्रावणी मेला में पदस्थापन इस केस के लिए रुक गया तो आखिर वो अपनी गवाही क्यों नही दे रहे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.