देवघर: हर साल 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है. यह दिवस दुनिया में गौरैया पक्षी के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है. साल 2010 में पहली बार गौरैया दिवस मनाया गया था.
पहले यह घर के आंगन में चहकती दिखाई दे जाती थी, लेकिन अब इसकी आवाज कानों तक नहीं पहुंचती है. देवघर में एक पर्यावरणविद ऐसे भी हैं जो, अलग ही अंदाज में विश्व गोरिया दिवस मनाकर एक संदेश दे रहे हैं. उनका नाम है रजत मुखर्जी. रजत मुखर्जी वैसे तो पर्यावरण से जुड़े तमाम कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं, लेकिन पक्षियों के प्रति उनके लगाव और प्रेम को अगर देखना हो तो उनकी पेंटिंग्स और डाक टिकटों को देखकर समझा जा सकता है.
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इस दफे भी मुखर्जी साहब ने पेंटिंग्स और डाक टिकट के जरिए ही लोगों को गोरैया दिवस की शुभकामनाएं और संदेश दी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, अब गौरैया की संख्या में करीब 60 फीसदी तक कमी आ गई है. इस दिवस का मकसद गौरैया चिड़िया का संरक्षण करना है.