देवघर: झारखंड में ग्रामीण विकास विभाग ने ग्रामीण स्तर पर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के राज्य सरकार की घोषित तीनों नई योजनाओं के तहत काम शुरू कर दिया है. देवघर में भी मनरेगा के तहत ही तीनों योजनाओं में मजदूरों को लक्ष्य के अनुरूप रोजगार के अवसर उलब्ध कराये जा रहे हैं और पांच दिनों के अंदर मजदूरी भुगतान भी सुनिश्चित की जा रही है.
नई योजनाओं की शुरूआत
प्रवासी मजदूरों को भी इन योजनाओं के तहत काम दिया जा रहा है. कोरोना बंदी की अवधि में आर्थिक तंगी झेल रहे मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हाल ही में झारखंड सरकार ने तीन नई योजनाओं की शुरुआत की है. ग्रामीण रोजगार सृजन पर आधारित नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना और वीर शहीद पोटो खेल विकास योजना है.
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बंजर भूमि को सिंचित क्षेत्र में बदलने का लक्ष्य
देवघर में नीलाम्बर-पीताम्बर योजना के तहत सोक फिट निर्माण सहित जल समृद्धि की योजनाएं स्वीकृत की जा रही हैं. योजना के तहत जिले के 5 हजार हेक्टेयर बंजर भूमि को सिंचित क्षेत्र में बदलने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का काम शुरू किया गया है. इसके तहत 2 लाख पौधा रोपण का काम शुरू किया गया है.
पंचायत स्तरीय खेल मैदान का निर्माण
वीर शाहिद पोटो खेल विकास योजना के तहत प्रथम फेज में देवघर के 50 पंचायतों का चयन कर पंचायत स्तरीय खेल मैदान का निर्माण कराया जा रहा है. योजना के तहत प्रत्येक पंचायत में 80 से 90 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.