देवघर: अगले माह के पहले सप्ताह से देवघर का विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होने जा रहा है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख 3 जुलाई को दुम्मा बॉर्डर पर मेले का उद्घाटन करेंगे. इसको लेकर जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बाबा मंदिर की विधि और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निरीक्षण किया. उन्होंने पुरोहित समाज और अन्य स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक की. इस दौरान स्पष्ट कर दिया कि इस बार भी बाबा के दरबार में किसी को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा. पूरे श्रावण मास के दौरान शीघ्र दर्शनम की व्यवस्था पर रोक रहेगी.
ये भी पढ़ें- Dumka News: उपायुक्त ने की श्रावणी मेला को लेकर बैठक, दिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश
मंदिर परिसर के निरीक्षण के दौरान डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने पदाधिकारियों को कई निर्देश भी दिए. उन्होंने नाथबाड़ी और उमा भवन का भी निरीक्षण किया. नाथबाड़ी में बाहर से आने वाले पुरोहितों के ठहरने की व्यवस्था की जाती है जबकि उमा भवन में पूजा सामग्री रखी जाती है. बाबा मंदिर प्रांगण, संस्कार मंडप और सभी बाइस मंदिर में लाइटिंग और रेलिंग की व्यवस्था का भी डीसी ने निरीक्षण किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि अर्घा से जलापर्ण के दौरान कांवरियों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने विधि व्यवस्था का जायजा लेते हुए प्रशासन और पुलिस के पदाधिकारियों से कहा कि पंडा और पुरोहित समाज के साथ तालमेल बिठाकर व्यवस्था को बहाल रखना है. उन्होंने हिदायत दी कि बाबा मंदिर के पास वीआईपी गेट पर किसी भी सूरत में वाहनों की पार्किंग नहीं होनी चाहिए. इस दौरान तमाम कमियों को देखते हुए अलग-अलग पदाधिकारियों को उन्होंने कई निर्देश दिए.
डीसी ने कहा कि प्रशासन का मूल उद्देश्य है भक्तों को सुविधा मुहैया कराना. उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रखना. यह भी क्लियर कर दिया गाय कि मंदिर परिसर में पॉलिथीन व थर्मोकॉल का इस्तेमाल किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए. इसकी जगह दोना, पत्तल, मिट्टी, बांस के डलिया का उपयोग किया जाएगा. उन्होंने मंदिर परिसर के आसपास अतिक्रमण कर बनाए गये दुकानों को यथाशीघ्र हटाने का निर्देश दिया. डीसी ने कहा कि श्रावण मास के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, इसलिए मंदिर परिसर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना है. इसके लिए विशेष टीम प्रतिनियुक्त करने का भी निर्देश दिया.