देवघरः श्रावणी मेले का आयोजन आगामी 14 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. एक सप्ताह से भी कम समय रह गया है. पुलिस विभाग की तैयारियां युद्ध स्तर पर हैं. मेला के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं.
देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि श्रावणी मेला में लगभग 18000 पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारियों को भी मेला ड्यूटी के लिए प्रतिनियुक्त किया जाएगा. एसपी ने बताया कि मेला के लिए रैफ की कंपनी, महिला सीआरपीएफ की कंपनी और इसके अलावा एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड, बम डिस्पोजल टीम, डॉग स्क्वॉयड की सेवा भी ली जाएगी. मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए सभी प्रवेश द्वार पर डीएफएमडी और एचएचएमडी के साथ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी. साथ ही मंदिर के अंदर निकास द्वार पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा.
मंदिर परिसर में किसी तरह के वैध या अन्य सामान ले जाने की अनुमति नहीं होगी. शिवगंगा सरोवर सहित पूरे मेला क्षेत्र में किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद रहेगी. इसके अलावे 24×7 इंटीग्रेटेड पुलिस कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे. जहां से पूरे मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जाएगी. वहीं शहर के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिए सादे लिबास में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी.
मेला के दौरान हर तरह की गतिविधियों पर विशेष पुलिस टीम द्वारा पैनी नजर बनाए जाएगी. जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुलभ जलार्पण के लिए हर संभव और बेहतर व्यवस्था की जाएगी. एसपी ने बताया कि श्रावणी मेला के दौरान यातायात की अहम समस्या हो जाती है. इसके लिए भी एक रूपरेखा तैयार की गई है. जिसके लिए सुचारू रूप से यातायात को नियंत्रित किया जाएगा. भीड़ नियंत्रण के लिए भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी.