देवघर: देशभर में तीन तलाक को लेकर चली लंबी बहस और संसद के भीतर शोर-शराबे के बीच अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को तीन तलाक से आजादी दिलाने की खातिर कानून तो बना दिये गए लेकिन इसके बावजूद इसका असर नजर नहीं आ रहा. कानून बनने के बावजूद तीन तलाक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. तीन तलाक का ताजा मामला देवघर के देवीपुर प्रखंड के झुमरबाद से सामने आया है. जहां कोर्ट परिसर में ही पति ने पत्नी को तीन तलाक दे दिया. कोर्ट के आदेश पर पत्नी को मायके से लेकर घर पहुंचते ही पति ने बच्चों समेत पत्नी को बेघर कर दिया. पीड़ित महिला ने इस बाबत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. वह न्याय की गुहार लगा रही है. वहीं पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है.
कोर्ट ने पत्नी को साथ रखने की शर्ती पर दी जमानत, पति ने कोर्ट परिसर में कह दिया 3 तलाक
तीन तलाक कानून के पारित हो जाने के बावजूद मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से राहत नहीं मिल पाई है. तीन तलाक का एक मामला देवघर के देवीपुर प्रखंड से सामने आया है.
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दूसरा निकाह रचा चुका है शौहर
पीड़िता की मानें तो पति की दूसरी शादी के खिलाफ इसने अदालत की शरण ली थी. अदालत में इसने पति के साथ ही रहने की गुहार लगाई थी. मामले में अदालत ने पीड़िता के पति, सास और ससुर को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे. हालांकि आपसी सुलहनामे पर ससुराल पक्ष के लोगों को बाइज्जत महिला को साथ रखने की शर्त पर जमानत दे दी गई, लेकिन जमानत मिलने के बाद कोर्ट परिसर में ही पति ने तीन तलाक दे दिया और बच्चों को भी अपनाने से इंकार कर दिया.
देवघर: देशभर में तीन तलाक को लेकर चली लंबी बहस और संसद के भीतर शोर-शराबे के बीच अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को तीन तलाक से आजादी दिलाने की खातिर कानून तो बना दिये गए लेकिन इसके बावजूद इसका असर नजर नहीं आ रहा. कानून बनने के बावजूद तीन तलाक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. तीन तलाक का ताजा मामला देवघर के देवीपुर प्रखंड के झुमरबाद से सामने आया है. जहां कोर्ट परिसर में ही पति ने पत्नी को तीन तलाक दे दिया. कोर्ट के आदेश पर पत्नी को मायके से लेकर घर पहुंचते ही पति ने बच्चों समेत पत्नी को बेघर कर दिया. पीड़ित महिला ने इस बाबत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. वह न्याय की गुहार लगा रही है. वहीं पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है.
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पीड़िता की मानें तो पति की दूसरी शादी के खिलाफ इसने अदालत की शरण ली थी. अदालत में इसने पति के साथ ही रहने की गुहार लगाई थी. मामले में अदालत ने पीड़िता के पति, सास और ससुर को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे. हालांकि आपसी सुलहनामे पर ससुराल पक्ष के लोगों को बाइज्जत महिला को साथ रखने की शर्त पर जमानत दे दी गई, लेकिन जमानत मिलने के बाद कोर्ट परिसर में ही पति ने तीन तलाक दे दिया और बच्चों को भी अपनाने से इंकार कर दिया.
Body:एंकर देवघर तीन तलाक को लेकर बने सख्त कानून के बावजूद मुस्लिम महिलाओं के ऊपर ज्यादती थमती नजर नही आ रही है। ताजा मामला सामने आया है देवघर के देवीपुर प्रखंड के झुमरबाद से जहां कोर्ट के आदेश पर पत्नी को मायके से लेकर घर पहुचते ही पति ने तीन तलाक कहकर बच्चो समेत पत्नी को बेघर कर दिया। पीड़ित महिला ने अब इस बाबत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और इंसाफ की गुहार लगा रही है।
देशभर में तीन तलाक को लेकर चली लंबी बहस ओर संसद के भीतर शोर शराबे के बीच अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को तीन तलाक से आजादी दिलाने की खातिर कानून तो बना दिये गए लेकिन,इसका असर पड़ता नजर नही आ रहा है। अब इस महिला को ही लीजिए दूसरा निक़ाह रचा चुके इसके पति ने अदालती आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए कोर्ट परिसर में ही तीन तलाक दे दिया और बच्चों समेत घर से बेघर कर दिया। पीड़ित की माने तो,पति की दूसरी शादी के खिलाफ इसने अदालत की शरण ली थी और अपने पति के साथ ही रहने की गुहार लगाई थी... इस मामले में अदालत ने पीड़िता के पति सास ओर ससुर को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे लेकिन,आपसी सुलहनामे ओर ससुराल पक्ष के लोगो को बाइज्जत महिला को साथ रखने की शर्त पर जमानत दे दी गयी। लेकिन, जमानत। मिलने के बाद कोर्ट परिसर में ही इसके पति फ़ौरन तीन तलाक दे दिया ओर बच्चो को भी अपनाने से इंकार कर दिया। अपने साथ हुई इस नाइंसाफी के खिलाफ पीड़ित अब पुलिस की शरण मे पहुची है और इंसाफ की गुहार लगा रही है... उधर पुलिस भी मामले की गंभीरता को भांपते हुए हरकत में आ गयी है।
Conclusion:बहरहाल,अदालत के आदेश की तौहीन करने और तीन तलाक देने वाले इसके पति के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है लेकिन,इंन सबके बीच बड़ा सवाल यह है कि क्या, तीन तलाक जैसी कुरीतियो को फैलाने वालों के जहन में कानून और अदालत की कोई अहमियत नही है।
बाइट पीड़ित,महिला।
बाइट विकशचंद्र श्रीवास्तव,एसडीपीओ देवघर।
( एसडीपीओ बाइट रिपोटर एप से)