देवघर: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे रविवार को देवघर पहुंचे और जसीडीह स्टेशन के किए जा रहे सौंदर्यीकरण का उद्घाटन किए. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बाबा मंदिर ट्रस्ट से इस्तीफा देने की बात कही. इस दौरान उन्होंने बाबा मंदिर में प्रवेश को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया.
स्टेशन के जीर्णोद्धार के लिए हुए घोषणा
जसीडीह स्टेशन को भव्य रूप से सुसज्जित किया गया है. वहां पहुंचने पर लोगों का दिल भक्तिमय हो जाता है. स्टेशन परिसर के बाहर लगा तिरंगा झंडा, बाबा मंदिर, गुंबद, शंख, त्रिशुल और डमरू का आकार देखकर भक्ति मय माहौल हो जाता है, जिसका उद्घाटन रविवार को गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने किया. मौके पर आसनसोल डिवीजन के डीआरएम सहित तमाम रेल प्रशाशन के पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान सांसद ने स्टेशन के जीर्णोद्धार के लिए कई घोषणाएं भी की.
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गोड्डा सांसद का विरोध
वापस अपने आवास पहुंच गोड्डा सांसद ने एक प्रेस वार्ता किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि शिवरात्रि में वे अपने माता-पिता के साथ बाबा मंदिर में पूजा अर्चना करने गए थे. इस दौरान निकास द्वार से जाने पर पंडा धर्मरक्षणि सभा ने उनका विरोध किया था, जबकि रविवार को बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव और उनके समर्थकों को निकास द्वार से पूजा कराया गया.
बाबा मंदिर ट्रस्ट से इस्तीफा
इसे लेकर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने बयान में कहा है कि वे एक महीने के अंदर बाबा मंदिर ट्रस्ट से इस्तीफा दे देंगे. उनका कहना है कि मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन तय करें कि आखिर वे और उनके माता-पिता बाबा का पूजा अर्चना कैसे करें. उन्होंने कहा कि मंदिर में प्रवेश को लेकर भेदभाव किया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर इसका निर्णय नहीं हुआ तो सभी वर्ग के लोगों को एक समान पूजा व्यवस्था का अधिकार कैसे मिलेगा इसके लिए वह लड़ाई लड़ेंगे.