देवघर: जिले में लंपी वायरस का कहर जारी है. पिछले दो दिन में कई मवेशियों की मौत लंपी वायरस से हो गई है. लंपी वायरस का टीकाकरण नहीं होने से मवेशियों में इसका संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. बता दें कि जिले के मोहनपुर प्रखंड के कई गांव में लंपी वायरस ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. पिछले एक सप्ताह में 100 से अधिक मवेशी लंपी वायरस की चपेट में आ चुके हैं.
ये भी पढ़ें-Deoghar News: देवघर में लंपी वायरस का बढ़ा प्रकोप, 100 से अधिक मवेशी बीमार
लंपी वायरस के प्रसार ने बढ़ाई पशुपालकों की चिंताः मवेशियों के लगातार बीमार रहने और मौत होने से पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है. पशुपालक इस लाइलाज बीमारी को लेकर काफी चिंतित हैं. मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र के रिखिया, पोस्तवारी, कलोरिया, नावाडीह, जमुनिया, बांक सहित दर्जनों गांव में लंपी बीमारी फैल गई है. कई मवेशी लंपी वायरस की चपेट आ गए हैं. इस संबंध में कलोड़िया गांव के प्रखंड पशुपालक दिनेश यादव बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह के अंदर गांव में सात मवेशियों की मौत गई है. वहीं पोस्तवारी गांव के मोतीलाल टुडू, तुलसीवरण के सचिन यादव के भी एक-एक पशु की मौत हो चुकी है.
पशु चिकित्सक ने पशुपालकों को दी अहम जानकारीः इस संबंध में पशु चिकित्सक कुमार श्यामलाल कहते हैं कि प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव में मवेशी लंपी वायरस की चपेट में आ गए हैं लेकिन पशुपालकों को घबराने की जरूरत नहीं है. इसको लेकर दवा दी जा रही है. वहीं कई पशुपालकों ने मवेशी में चेचक जैसे फोड़े की जानकारी दी है. यह लंपी वायरस के लक्षण हैं. वैक्सीन लगाने और दवा खिलाने के बाद यह बीमारी ठीक हो जाती है. उन्होंने कहा कि गंभीर स्थिति में पशु चिकित्सालय में जानकारी दें. साथ ही मवेशियों को विटामिन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में दें. गोशाला में साफ-सफाई रखें और स्प्रे का उपयोग करें. बताते चलें कि लंपी बीमारी होने पर संक्रमित मवियों के शरीर पर लाल चकत्ता जैसे दाग उभरते हैं और मवेशियों को बुखार हो जाता है. वहीं लगातार मवेशियों के बीमार रहने के कारण पशुपालकों को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है.