ETV Bharat / state

झाड़ियों के पीछे छिपा स्वच्छता संदेश, विभागीय अधिकारियों को नहीं है खबर

स्वच्छ भारत अभियान के तहत देवघर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत शहर को सुंदर बनाने और लोगों तक स्वच्छता संदेश पहुंचाने के लिए विभाग की ओर से वॉल पेंटिंग कराई गई थी, जो अब झाड़ियों से पूरी तरह छिप चुकी है. जिसको देखने वाला कोई नहीं है.

author img

By

Published : Sep 23, 2019, 2:28 PM IST

झाड़ियों से ढका वॉल पेंटिंग

मधुपुर, देवघर: स्वच्छ भारत अभियान के तहत देशभर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. स्वच्छता अभियान के प्रचार-प्रसार में सरकार करोड़ों रुपए खर्च भी कर रही है. लेकिन सरकार की कोशिश बेकार होती नजर आ रही है. वजह है सरकार की जरा सी लापरवाही. इसका एक उदाहरण है मधुपुर में सड़क किनारे दीवारों पर बने स्वच्छता पेंटिंग, जोअब झाड़ियों से छिप गए हैं.

देखें पूरी खबर

झाड़ियों से छिप गई है वॉल पेंटिंग

एक ओर जहां देश भर में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत अभियान चलाया जा रहा है. वहीं मोदी सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को स्वच्छता जागरूकता अभियान के रूप में मनाने का फैसला लिया है. जिसके लिए सरकार काफी खर्च भी कर रही है. इसके तहत देश भर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं. इस अभियान के दौरान सरकार सड़क किनारे सरकारी कार्यालयों की दीवारों पर स्वच्छता संबधी पेंटिंग भी बनवा रही है, लेकिन इसकी देख- रेख करने वाले अधिकारी लापवाह नजर आ रहे हैं.

शहर को स्वच्छ बनाने के लिए आए दिन सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है. उसके बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था रफ्तार नहीं पकड़ रही है. जिले में स्वच्छ भारत अभियान के तहत सार्वजनिक स्थानों और गली मोहल्लों की दीवारों पर होर्डिंग और वॉल पेटिंग कराई गई है. जो इस समय पूरी तरह से झाड़ियों से ढक चुकी हैं. वहीं मधुपुर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान के तहत पेयजल और स्वच्छता मंडल की ओर से दीवारों पर पेंटिंग कराई गयी है, ताकि लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया जा सके. इसके लिए शहर के विभिन्न स्कूल, कॉलेज समेत एसडीओ कार्यालय, बस पड़ाव, डाक बंगला मैदान, स्वच्छता प्रमंडल विभाग के दीवारों में स्वच्छता का संदेश लिखा गया है. लेकिन स्वच्छता का संदेश इन दिनों झाड़ियों में छुप गया है. जिससे सारी मेहनत बेकार नजर आ रही है.

ये भी पढ़ें:- जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान CM रघुवर दास पहुंचे गोड्डा, कहा- ट्रंप को भी पड़ती है मोदी की जरूरत

पेंटिंग बनी दीवारों की साफ सफाई कराने की दिशा में नगर परिषद भी उदासीन बना हुआ है. जबकि शहर की साफ-सफाई की जवाबदेही नगर परिषद की है. इस मामले में समाजसेवी सहीम खान का कहना है कि स्वच्छता के नाम पर सरकार सिर्फ लूट रही है. लोगों तक स्वच्छता संदेश पहुंचे, इसके लिए कोई भी विभाग पहल नहीं कर रहा है. सिर्फ स्वच्छता का संदेश लिख देने से लोग जागरूक नहीं होंगे. इसके लिए लोगों तक संदेश पहुंचना जरूरी है, तभी लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकेंगे. इधर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने स्वच्छता अभियान के प्रचार-प्रसार में कराए गए वॉल पेंटिंग से झाड़ियों को हटाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि एक विशेष अभियान चला कर गांधी जयंती से पहले पूरे मधुपुर को साफ सुथरा किया जाएगा.

मधुपुर, देवघर: स्वच्छ भारत अभियान के तहत देशभर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. स्वच्छता अभियान के प्रचार-प्रसार में सरकार करोड़ों रुपए खर्च भी कर रही है. लेकिन सरकार की कोशिश बेकार होती नजर आ रही है. वजह है सरकार की जरा सी लापरवाही. इसका एक उदाहरण है मधुपुर में सड़क किनारे दीवारों पर बने स्वच्छता पेंटिंग, जोअब झाड़ियों से छिप गए हैं.

देखें पूरी खबर

झाड़ियों से छिप गई है वॉल पेंटिंग

एक ओर जहां देश भर में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत अभियान चलाया जा रहा है. वहीं मोदी सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को स्वच्छता जागरूकता अभियान के रूप में मनाने का फैसला लिया है. जिसके लिए सरकार काफी खर्च भी कर रही है. इसके तहत देश भर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं. इस अभियान के दौरान सरकार सड़क किनारे सरकारी कार्यालयों की दीवारों पर स्वच्छता संबधी पेंटिंग भी बनवा रही है, लेकिन इसकी देख- रेख करने वाले अधिकारी लापवाह नजर आ रहे हैं.

शहर को स्वच्छ बनाने के लिए आए दिन सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है. उसके बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था रफ्तार नहीं पकड़ रही है. जिले में स्वच्छ भारत अभियान के तहत सार्वजनिक स्थानों और गली मोहल्लों की दीवारों पर होर्डिंग और वॉल पेटिंग कराई गई है. जो इस समय पूरी तरह से झाड़ियों से ढक चुकी हैं. वहीं मधुपुर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान के तहत पेयजल और स्वच्छता मंडल की ओर से दीवारों पर पेंटिंग कराई गयी है, ताकि लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया जा सके. इसके लिए शहर के विभिन्न स्कूल, कॉलेज समेत एसडीओ कार्यालय, बस पड़ाव, डाक बंगला मैदान, स्वच्छता प्रमंडल विभाग के दीवारों में स्वच्छता का संदेश लिखा गया है. लेकिन स्वच्छता का संदेश इन दिनों झाड़ियों में छुप गया है. जिससे सारी मेहनत बेकार नजर आ रही है.

ये भी पढ़ें:- जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान CM रघुवर दास पहुंचे गोड्डा, कहा- ट्रंप को भी पड़ती है मोदी की जरूरत

पेंटिंग बनी दीवारों की साफ सफाई कराने की दिशा में नगर परिषद भी उदासीन बना हुआ है. जबकि शहर की साफ-सफाई की जवाबदेही नगर परिषद की है. इस मामले में समाजसेवी सहीम खान का कहना है कि स्वच्छता के नाम पर सरकार सिर्फ लूट रही है. लोगों तक स्वच्छता संदेश पहुंचे, इसके लिए कोई भी विभाग पहल नहीं कर रहा है. सिर्फ स्वच्छता का संदेश लिख देने से लोग जागरूक नहीं होंगे. इसके लिए लोगों तक संदेश पहुंचना जरूरी है, तभी लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकेंगे. इधर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने स्वच्छता अभियान के प्रचार-प्रसार में कराए गए वॉल पेंटिंग से झाड़ियों को हटाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि एक विशेष अभियान चला कर गांधी जयंती से पहले पूरे मधुपुर को साफ सुथरा किया जाएगा.

Intro:लोगों को जागरूक करने के लिए लिखा स्वच्छता का संदेश छिपा झाड़ियों मेंBody:*स्वच्छता का संदेश छिप गया झाडियों में*
मधुपुर- एंकर: एक ओर जहां देश भर में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत अभियान चलाया जा रहा है, सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थान में स्वच्छता को लेकर अभियान चलाकर साफ सफाई किया जा रहा है इसको लेकर सरकार लाखों रुपए खर्च कर लोगों को स्वच्छता अपनाने और इसके प्रति जागरूक करने के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग फ्लेक्स लगाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, ताकि देश स्वच्छ व सुंदर दिखे। वहीं मधुपुर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश के लिए पेयजल और स्वच्छता पर मंडल द्वारा लाखों रुपए खर्च कर दीवारों में पेंटिंग कराया गया है, ताकि लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया जा सके। इसके लिए शहर के विभिन्न स्कूल कॉलेज समेत एसडीओ कार्यालय,बस पड़ाव, डाक बंगला मैदान, स्वच्छता प्रमण्डल विभाग के दीवारों में स्वच्छता का संदेश लिखा गया है, लेकिन स्वच्छता का संदेश इन दिनों झाड़ियों में छुप कर अपना अस्तित्व खो दिया है। ऐसे में इस संदेश का क्या औचित्य जब संदेश को लोग पढ़ ही नहीं पा रहे हैं वहीं दूसरी ओर गांधी जी की 150वीं जयंती मनाने की तैयारी भी किया जा रहा है, लेकिन गांधी जी का स्वच्छता संदेश झाड़ियों में छुप गया है ।इसे साफ सफाई कराने की दिशा में नगर परिषद भी उदासीन बना हुआ है। जबकि शहर की साफ-सफाई की जवाबदेही नगर परिषद की है समाजसेवी सहिम खान का कहना है कि स्वच्छता के नाम पर सिर्फ लूट किया गया है लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचे इसके लिए कोई भी विभाग पहल नहीं कर रहा है सिर्फ स्वच्छता का संदेश लिख देने से लोग जागरूक नहीं होंगे। लोगों तक संदेश पहुंचना जरूरी है तभी लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकेंगे।इघर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा विषेश अभियान चला कर सफाई कराया जायेगा।
1-बाईट: सहीम खान,समाज सेवी
2- बाईट: सुशील कुमार,कार्यपालक पदाधिकारी,मधुपुरConclusion:इधर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभियान चला गया कर झाड़ियों में छिपे स्वच्छता का संदेश को सफाई करने की बात करती है अब देखना यह होगा किया संदेश को झाड़ियों से हटाया जा सकेगा या फिर झाड़ियों में ही छिपा रहेगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.