देवघर: इंटरमीडिएट में नामांकन शुल्क कम करने की मांग को लेकर अभाविप ने तालाबंदी किया है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 11वीं के नामांकन में अधिक शुल्क लेने के विरोध में मधुपुर महाविद्यालय के मुख्य की तरफ से महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सुमित यादव का कहना है कि मधुपुर महाविद्यालय में चल रहे इंटरमीडिएट के नामांकन शुल्क कम करने का आश्वासन महाविद्यालय प्रशासन ने दिया था. उस दौरान प्रभारी प्राचार्य ने कहा था कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण आर्थिक स्थिति को देखते हुए 11वीं के नामांकन में शुल्क जो अधिक लिया जा रहा है, उसे नामांकन कमेटी की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा ताकि नामांकन शुल्क कम किया जा सकें, जिन छात्रों का नामांकन हो चुका है उनका 12वीं नामांकन के समय कम शुल्क लेने की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
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अधिक शुल्क लेने का आरोप
परिषद का आरोप है कि सेनेटाइजर का बहाना बनाकर शुल्क अधिक लिया जा रहा है. अधिक शुल्क लगने के कारण अभिभावक कर्ज लेकर अपने बच्चों का नामांकन कराने को मजबूर हैं. परिषद की मांग है कि पिछले वर्ष की तरह ग्यारहवीं के नामांकन शुल्क लिया जाए. इसके साथ ही जिन छात्रों का नामांकन हो चुका है, उनका 12वीं में नामांकन के समय शुल्क कम लेने से संबंधित प्रभारी प्राचार्य लिखित रूप में दें. अगर नामांकन कमेटी की बैठक अविलंब कर शुल्क कम नहीं किया गया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अनिश्चितकालीन मधुपुर महाविद्यालय में तालाबंदी करने को मजबूर होगा. इधर, कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर पशुपति राय ने कहा कि नामांकन समिति की बैठक कर शुल्क कम करने का निर्णय लिया जाएगा. इसके अलावा वह भी आरोप लगाया जा रहा है वह निराधार है. अभाविप के सदस्यों ने कहा कि प्राचार्य की तरफ से आश्वासन के बाद भी शुल्क कम नहीं किया जा रहा है. शुल्क जब तक काम नहीं किया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा.