देवघर: आगामी सोमवारी और श्रावणी मेला के सफल संचालन, श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर देवघर के उपायुक्त विशाल सागर और एसपी अजीत पीटर डुगडुग ने संयुक्त रूप से देवघर बीएड कॉलेज परिसर में पदाधिकारियों और दंडाधिकारियों को संबोधित किया. इस दौरान श्रावणी मेले को लेकर तैयारियों की एक बार फिर समीक्षा की गई और कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए.
श्रद्धालुओं को सुगम जलार्पण कराने के लिए सेवा भाव से करें कामः पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त विशाल सागर ने कहा कि अब अधिकमास यानी मलमास का समापन हो चुका है और सावन का दूसरा पक्ष शुरू हो चुका है. ऐसे में बाबा नगरी आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम जलार्पण कराना सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को सेवा भाव और आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने सभी प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों को बाबा नगरी देवघर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर भी कई आवश्यक निर्देश दिए.
श्रद्धालुओं से अनुचित व्यवहार बर्दाश्त नहींः इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि बाबा नगरी आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अनुचित व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सभी पालियों के दंडाधिकारियों को ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा. उपायुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला की संवेदनशीलता और अहमियत को समझते हुए अपने दायित्व को निभाएं. सुचारू व्यवस्था के साथ मेला का संचालन सुनिश्चित करें. उपायुक्त ने कहा कि मेला क्षेत्र में खाने की गुणवत्ता और साफ-सफाई, हाइजीन का विशेष रूप से ध्यान रखें.
पुलिस पदाधिकारी और जवान दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करेंः वहीं देवघर एसपी अजीत पीटर डुगडुग ने कहा कि देवघर श्रावणी मेला के सफल संचालन के दौरान आप सभी पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी की सक्रिय भागीदारी होनी चाहिए. सबकी सहभागिता से ही श्रावणी मेला का सफल संचालन सुनिश्चित हो सकेगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का यही प्रयास है कि सुचारू रूप से मेला को संपन्न कराया जाए. उन्होंने कहा कि सभी को जिम्मेदारी से अवगत कराया जा चुका है. उम्मीद ही नहीं, पूरा विश्वास है कि आप सभी अपने कर्तव्यों और दायित्वों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी पुलिस पदाधिकारियों से फीडबैक लिया गया है, उस पर कार्य किया जाएगा. इसके साथ ही सभी पुलिस पदाधिकारी अपने वरीय अधिकारियों के साथ संपर्क में रहेंगे, ताकि कम्युनिकेशन गैप न हो और समन्वय के साथ श्रावणी मेला से संबंधित कार्य सुचारू रूप से संचालित हो सकें.