देवघर: त्रिकूट रोपवे के हादसे के छठे दिन जिला प्रशासन के निर्देश पर पूरे रोपवे एरिया को सील कर दिया गया है. मोहनपुर बीडीओ विवेक किशोर की देखरेख में सील करने की कारवाई पूरी की गई. हालांकि हादसे के बाद पूरे रोपवे परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोगों की आवाजाही बिल्कुल नहीं हो रही है.
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रामनवमी के दिन हुआ था हादसा: दरअसल, 10 अप्रैल को देवघर के त्रिकूट पर्वत पर रोपवे हादसे में तीन लोगों की मौत हुई थी. हादसे के दिन ही सारठ निवासी सुमंती देवी नामक एक बुजुर्ग महिला की मौत हुई थी. जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 11 अप्रैल को दुमका निवासी राकेश मंडल और 12 अप्रैल को देवघर निवासी शोभा देवी की मौत हो गई थी. इस घटना को गंभीर बताते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की थी. हालांकि अभी तक जांच टीम का गठन नहीं हो पाया है. फिलहाल त्रिकूट पर्वत पर सन्नाटा पसरा हुआ है. प्रशासन की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि जांच पूरी होने तक रोपवे सेवा शुरू नहीं की जाएगी.
पीड़ित के परिजनों को दी जाएगी नौकरी: रोपवे इंफ्रा लिमिटेड कंपनी के जनरल मैनेजर महेश मोहिता ने कहा है कि पीड़ित परिवारों को कंपनी की तरफ से 25-25 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अलावा अगर पीड़ित परिवार का कोई सदस्य रोपवे कंपनी में काम करने की इच्छा जताएगा तो उसे रोजगार भी मुहैया कराया जाएगा. हालांकि हादसे में जान गंवाने वाली शोभा देवी के पुत्र अमित से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि कंपनी की तरफ से पूर्व में यह जरूर कहा गया था कि पीड़ित परिवार के लिए कुछ किया जाएगा. कंपनी के जीएम ने फोन पर ईटीवी भारत को बताया कि हादसे में आनंद नाम का डेढ़ साल का एक बच्चा घायल हुआ है. उसका इलाज मेडिका में चल रहा है. कंपनी ने बच्चे के इलाज में हो रहे खर्च को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि बच्चे के लिए भी कंपनी की तरफ से जरूर कुछ किया जाएगा.