चतरा: एक ओर जहां भीषण गर्मी ने लोगों को घरों में दुबकने को विवश कर दिया है, वहीं दूसरी ओर शहर में उत्पन्न जल संकट ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. शहरवासियों का प्यास बुझाने वाले शहर के इकलौते हेरू डैम जलाशय में पानी की किल्लत ने लोगों की नींद उड़ा दी है.
10 से 15 दिन तक का ही पानी
शहर के विभिन्न गली-मोहल्लों में लगे चापाकल और कुएं के सूखने से लोग अभी से ही पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं. ऐसे में शहरी जलापूर्ति योजना पर ग्रहण चिंता का विषय है. विभागीय कर्मियों की मानें तो स्थिति ऐसी ही बनी रही तो 10 से 15 दिनों में शहर में पेयजलापूर्ति पूरी तरह से ठप हो जाएगी.
जलापूर्ति व्यवस्था बहाल करने का भरपूर प्रयास
हालांकि, हेरू जलाशय के सूखने से पूर्व पेयजल आपूर्ति प्रमंडल भेडी फार्म से शहर में जलापूर्ति व्यवस्था बहाल करने का भरपूर प्रयास कर रहा है. इसे लेकर युद्ध स्तर पर पाइप लाइन बिछाए जा रहे हैं.
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हर दिन 60 लाख गैलन पानी की जरूरत
बता दें कि शहर में हर दिन लोगों का प्यास बुझाने के लिए करीब 60 लाख गैलन पानी की आवश्यकता होती है. लेकिन डैम में पानी अपर्याप्त होने के कारण अभी से ही सप्ताह में महज दो से तीन दिन ही जलापूर्ति हो रही है, जिससे पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. लोगों ने जिला प्रशासन से समय रहते पेयजल आपूर्ति व्यवस्था अन्य स्थानों से सुदृढ़ करने की मांग की है.