ETV Bharat / state

चतरा: टंडवा कोल परियोजना में ट्रक-हाइवा एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू - टंडवा कोल परियोजना में ट्रक हाइवा एसोसिएशन की हड़ताल

टंडवा कोल परियोजनाओं में ट्रक और हाइवा मालिकों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और सीसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सात हजार ट्रक और हाइवा मालिकों ने कोयले की ढुलाई बंद कर दी है. ट्रक हाइवा एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि जब तक बकाया भाड़ा भुगतान नहीं होगा तब तक गाड़ी नहीं चलेगी.

ट्रक हाइवा एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
author img

By

Published : Oct 23, 2019, 8:57 AM IST

चतरा, सिमरिया: चतरा के टंडवा कोल परियोजनाओं में ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर बकाया भाड़ा बीस करोड़ भुगतान समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने के कारण ट्रक और हाइवा मालिकों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और सीसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

देखें पूरी खबर

इस दौरान मगध और आम्रपाली में कोयला ढोने से साफ इंकार करने से कंपनी सकते में है. इससे मगध और आम्रपाली कोल परियोजना में कोयले की ढुलाई पूरी तरह ठप हो गई है. सात हजार से अधिक ट्रक और हाइवा से कोयले की ढुलाई नहीं हो पाई. टंडवा कोल परियोजना में हर रोज लगभग चालीस से पैतालीस हजार टन कोयला डिस्पैच होता है. इसमें शिवपुर साइडिंग की बीस हजार टन शामिल है.

ये भी देखें- कुणाल षाड़ंगी के बीजेपी में जाने से जेएमएम को नहीं पड़ेगा कोई फर्कः रामदास सोरेन

शिवपुर साइडिंग में कोयले की ढुलाई तो हुई पर अन्य जगहों पर नहीं हो पाई, जबकि मगध परियोजना में भी लगभग बीस हजार टन कोयले की ढुलाई होती है, जो नहीं हो पाई. इससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है. दोनों कोल परियोजनाओं के कांटा घरों में सन्नाटा पसरा हुआ है.

इधर, हाइवा ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कामाख्या प्रसाद सिंह का दावा है कि मगध और आम्रपाली में एक भी ट्रक और हाइवा से कोयले की ढुलाई नहीं हुई.

चतरा, सिमरिया: चतरा के टंडवा कोल परियोजनाओं में ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर बकाया भाड़ा बीस करोड़ भुगतान समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने के कारण ट्रक और हाइवा मालिकों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और सीसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

देखें पूरी खबर

इस दौरान मगध और आम्रपाली में कोयला ढोने से साफ इंकार करने से कंपनी सकते में है. इससे मगध और आम्रपाली कोल परियोजना में कोयले की ढुलाई पूरी तरह ठप हो गई है. सात हजार से अधिक ट्रक और हाइवा से कोयले की ढुलाई नहीं हो पाई. टंडवा कोल परियोजना में हर रोज लगभग चालीस से पैतालीस हजार टन कोयला डिस्पैच होता है. इसमें शिवपुर साइडिंग की बीस हजार टन शामिल है.

ये भी देखें- कुणाल षाड़ंगी के बीजेपी में जाने से जेएमएम को नहीं पड़ेगा कोई फर्कः रामदास सोरेन

शिवपुर साइडिंग में कोयले की ढुलाई तो हुई पर अन्य जगहों पर नहीं हो पाई, जबकि मगध परियोजना में भी लगभग बीस हजार टन कोयले की ढुलाई होती है, जो नहीं हो पाई. इससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है. दोनों कोल परियोजनाओं के कांटा घरों में सन्नाटा पसरा हुआ है.

इधर, हाइवा ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कामाख्या प्रसाद सिंह का दावा है कि मगध और आम्रपाली में एक भी ट्रक और हाइवा से कोयले की ढुलाई नहीं हुई.

Intro:चतरा: टंडवा कोल परियोजना में ट्रक हाईवा एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

चतरा/सिमरिया: चतरा जिले के टंडवा कोल परियोजनाओं में ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर बकाया भाड़ा बीस करोड़ भुगतान समेत अन्य मांगों को पूरा ना होने से क्षुब्ध ट्रक और हाईवा मालिकों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और सीसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान मगध और आम्रपाली में कोयला ढोने से साफ इनकार करने से कंपनी सकते में है। इससे मगध और आम्रपाली कोल परियोजना में कोयले की ढुलाई पूरी तरह ठप हो गई है। सात हजार से अधिक ट्रक और हाईवा से कोयले की ढुलाई नहीं हो पाई। टंडवा कोल परियोजना में हर रोज लगभग चालीस से पैतालीस हजार टन कोयले की डिस्पैच होती है। इसमें शिवपुर साइडिंग के लिए बीस हजार टन शामिल है।


बाईट------ कामाख्या प्रसाद सिंह, हाईवा ओनर एसोसिएशन अध्यक्षBody:शिवपुर साइडिंग में कोयले की ढुलाई तो हुई पर अन्य के लिए नहीं हो पायी। जबकि मगध परियोजना में भी लगभग बीस हजार टन कोयला ढुलाई होती है जो नहीं हो पायी। इससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है। दोनों कोल परियोजनाओं के कांटा घरों में सन्नाटा पसरा हुआ है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ट्रक हाईवा एसोसिएशन के आहावान पर यह हड़ताल जरूर है पर वाहन मालिक स्वेच्छा से अपने गाड़ियों को अपने घरों का शोभा बना लिए हैं।Conclusion:इधर हाईवा ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कामाख्या प्रसाद सिंह का दावा है कि मगध और आम्रपाली में एक भी ट्रक या हाईवा से कोयले की ढुलाई नहीं हुई। बहरहाल ट्रक, हाईवा मालिकों के इस रूख से कोल कंपनियां और सीसीएल के बीच हड़कंप तो मचा हुआ है पर तोड़फोड़ की राजनीति शुरू हो गई। चर्चा है कि पिछले डेढ़ साल से एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तो करता है पर आजतक एक भी मांग पूरी नहीं हुई है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.