चतरा, सिमरिया: चतरा के टंडवा कोल परियोजनाओं में ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर बकाया भाड़ा बीस करोड़ भुगतान समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने के कारण ट्रक और हाइवा मालिकों ने ट्रांसपोर्टिंग कंपनी और सीसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
इस दौरान मगध और आम्रपाली में कोयला ढोने से साफ इंकार करने से कंपनी सकते में है. इससे मगध और आम्रपाली कोल परियोजना में कोयले की ढुलाई पूरी तरह ठप हो गई है. सात हजार से अधिक ट्रक और हाइवा से कोयले की ढुलाई नहीं हो पाई. टंडवा कोल परियोजना में हर रोज लगभग चालीस से पैतालीस हजार टन कोयला डिस्पैच होता है. इसमें शिवपुर साइडिंग की बीस हजार टन शामिल है.
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शिवपुर साइडिंग में कोयले की ढुलाई तो हुई पर अन्य जगहों पर नहीं हो पाई, जबकि मगध परियोजना में भी लगभग बीस हजार टन कोयले की ढुलाई होती है, जो नहीं हो पाई. इससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है. दोनों कोल परियोजनाओं के कांटा घरों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
इधर, हाइवा ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कामाख्या प्रसाद सिंह का दावा है कि मगध और आम्रपाली में एक भी ट्रक और हाइवा से कोयले की ढुलाई नहीं हुई.