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मध्याह्न भोजन में और खाना मांगने पर बच्ची की पिटाई, अभिभावकों ने किया जमकर हंगामा - झारखंड न्यूज

चतरा में शिक्षिका द्वारा दूसरी क्लास की छात्रा की पिटाई का मामला सामने आया है. जिसे लेकर अभिभावकों ने शिक्षिका को हटाए जाने का मांग रखा है. मांग पूरी नहीं किए जाने तक बच्चों को विद्यालय नहीं भेजने का निर्णय लिया है.

हंगामा करते अभिभावक
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Published : Jul 8, 2019, 5:01 PM IST

चतरा: शहर से सटे उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवान दास में छात्रा की बेरहमी से पिटाई का मामला प्रकाश में आया है. विद्यालय सचिव सह शिक्षिका पूर्णिमा रुंडा ने दूसरी कक्षा की छात्रा की पिटाई कर दी. पीड़ित बच्ची का गुनाह बस इतना था कि उसने मध्याह्न भोजन कम पड़ने पर शिक्षिका से और खाने की मांग की थी. बच्ची की पिटाई की बात पता चलने के बाद अभिभावकों ने विद्यालय में जमकर हंगामा किया.

देखें पूरी खबर

अभिभावक ने विद्यालय से आरोपी शिक्षिका के हटाए जाने की मांग रखी है. जब तक ये मांग पूरी नहीं होती तब तक बच्चों को विद्यालय नहीं भेजने का निर्णय लिया है. अभिभावकों के इस निर्णय से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति नगण्य हो गई है. हालांकि आरोपी शिक्षिका ने अभिभावकों के आरोपों को निराधार बताते हुए विद्यालय में राजनीति करने का आरोप लगाया है. उसने कहा है की बच्ची को पढ़ाई के मामले में एक थप्पड़ मारा गया था न कि मध्यान भोजन मांगने पर.

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार शिक्षिका ने अतिरिक्त मध्याह्न भोजन मांगने पर विद्यालय की छात्रा की पिटाई की. पिटाई से सहमी छात्रा ने जब विद्यालय जाने से इंकार किया तो परिजनों ने कारण पूछा. जिसके बाद घटना की जानकारी बच्ची ने परिजनों को दी. आक्रोशित अभिवावक स्थानीय लोगों के साथ विद्यालय पहुंचे. जहां जमकर हंगामा किया. हालांकि शिक्षिका ने बच्ची की पिटाई को पढ़ाई का पार्ट बताते हुए कहा कि अभिभावक राजनीति कर रहें हैं.

ये भी पढ़ें- जल संरक्षण की जमीनी सच्चाई, सरकारी भवनों में ही नहीं हैं इंतजाम

गौरतलब है कि विद्यालय में 72 बच्चे नामांकित हैं. शिक्षा विभाग द्वारा दो पारा शिक्षक यहां प्रतिनियुक्त किये गए हैं. लेकिन उसके बाद भी यहां महज 4-5 बच्चों की ही उपस्थित रहती है, जबकि उपस्थिति 40-50 बच्चों की दर्ज की जाती है.

चतरा: शहर से सटे उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवान दास में छात्रा की बेरहमी से पिटाई का मामला प्रकाश में आया है. विद्यालय सचिव सह शिक्षिका पूर्णिमा रुंडा ने दूसरी कक्षा की छात्रा की पिटाई कर दी. पीड़ित बच्ची का गुनाह बस इतना था कि उसने मध्याह्न भोजन कम पड़ने पर शिक्षिका से और खाने की मांग की थी. बच्ची की पिटाई की बात पता चलने के बाद अभिभावकों ने विद्यालय में जमकर हंगामा किया.

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अभिभावक ने विद्यालय से आरोपी शिक्षिका के हटाए जाने की मांग रखी है. जब तक ये मांग पूरी नहीं होती तब तक बच्चों को विद्यालय नहीं भेजने का निर्णय लिया है. अभिभावकों के इस निर्णय से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति नगण्य हो गई है. हालांकि आरोपी शिक्षिका ने अभिभावकों के आरोपों को निराधार बताते हुए विद्यालय में राजनीति करने का आरोप लगाया है. उसने कहा है की बच्ची को पढ़ाई के मामले में एक थप्पड़ मारा गया था न कि मध्यान भोजन मांगने पर.

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार शिक्षिका ने अतिरिक्त मध्याह्न भोजन मांगने पर विद्यालय की छात्रा की पिटाई की. पिटाई से सहमी छात्रा ने जब विद्यालय जाने से इंकार किया तो परिजनों ने कारण पूछा. जिसके बाद घटना की जानकारी बच्ची ने परिजनों को दी. आक्रोशित अभिवावक स्थानीय लोगों के साथ विद्यालय पहुंचे. जहां जमकर हंगामा किया. हालांकि शिक्षिका ने बच्ची की पिटाई को पढ़ाई का पार्ट बताते हुए कहा कि अभिभावक राजनीति कर रहें हैं.

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गौरतलब है कि विद्यालय में 72 बच्चे नामांकित हैं. शिक्षा विभाग द्वारा दो पारा शिक्षक यहां प्रतिनियुक्त किये गए हैं. लेकिन उसके बाद भी यहां महज 4-5 बच्चों की ही उपस्थित रहती है, जबकि उपस्थिति 40-50 बच्चों की दर्ज की जाती है.

Intro:बेरहम शिक्षिका, विद्यालय में पड़ा बच्चों का टोटा

चतरा : शहर से सटे उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवान दास में छात्रा की बेरहमी से पिटाई का मामला प्रकाश में आया है। विद्यालय की सचिव सह शिक्षिका पूर्णिमा रुंडा के द्वारा दूसरी कक्षा की छात्रा की पिटाई की गई है। पीड़ित बच्ची का गुनाह बस इतना था कि उसने मध्याह्न भोजन कम पड़ने पर शिक्षिका से और खाने की मांग की थी। शिक्षिका के द्वारा बच्ची की पिटाई के बाद अभिभावकों ने विद्यालय में जमकर हंगामा किया है। साथ ही विद्यालय से आरोपी शिक्षिका के नहीं हटाए जाने तक बच्चों को विद्यालय नहीं भेजने का निर्णय लिया है। अभिभावकों के इस निर्णय से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पर न सिर्फ प्रतिकूल असर पड़ा है बल्कि उपस्थिति नगण्य हो गई है। हालांकि आरोपी शिक्षिका ने अभिभावकों के आरोपों को निराधार बताते हुए विद्यालय में राजनीति करने का आरोप लगाया है। उसने कहा है की बच्ची को पढ़ाई के मामले में एक थप्पड़ मारी गई थी ना कि मध्यान भोजन मांगने पर।

बाईट : सोनम देवी - अभिभावक।




Body:घटना सदर प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवान दास की है। जहां विगत शनिवार को शिक्षिका के द्वारा अतिरिक्त मध्याह्न भोजन मांगने पर विद्यालय की छात्रा की पिटाई की गई है। पिटाई से सहमी छात्रा ने जब सोमवार को विद्यालय जाने से इंकार कर दिया तो परिजनों ने कारण पूछा। जिसके बाद घटना की जानकारी बच्ची ने परिजनों को दिया। इसके बाद अभिवावक आग बबूला हो गए और अन्य मोहल्लेवासियों के साथ विद्यालय पहुंच गए। जहां न सिर्फ जमकर हंगामा किया बल्कि आरोपी शिक्षिका को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई। हालांकि शिक्षिका ने बच्ची की पिटाई को पढ़ाई का पार्ट बताते हुए अभिभावकों पर ही राजनीति करने का आरोप लगाया है। शिक्षिका के द्वारा मध्याह्न भोजन मांगने पर बच्ची के साथ मारपीट की इस घटना के बाद अभिभावकों ने बच्चों को विद्यालय भेजने से इंकार कर दिया है। जिससे विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ी है। अभिभावकों ने उपायुक्त से आरोपी शिक्षिका को विद्यालय से हटाने की मांग की है।

बाईट : पूर्णिमा रुंडा - आरोपी शिक्षिका।


Conclusion:गौरतलब है कि विद्यालय में 72 बच्चे नामांकित हैं। जिन्हें अच्छी तालीम देने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा दो पारा शिक्षक यहां प्रतिनियुक्त किये गए हैं। लेकिन उसके बाद भी यहां महज चार से पांच बच्चों की ही उपस्थित रहती है। जबकि उपस्थिति चालीस से पचास बच्चों की दर्ज की जाती है।



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