चतरा: छात्रवृति और साइकिल घोटाला के मुख्य आरोपी बर्खास्त नाजिर काशी प्रसाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसकी गिरफ्तारी पलामू जिसे से हुई है. 9 करोड़ 33 लाख के Scholarship And Cycle Scam में गिरफ्तार नाजिर काशी प्रसाद की प्रमुख भूमिका थी. आरोप लगने के बाद उसे कल्याण विभाग के नाजिर पद से बर्खास्त कर दिया गया था. बर्खास्तगी के बाद से पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी. इसके तहत कई जगहों पर छापेमारी भी गई थी. साल 2017 यह घोटाला सामने आया था.
ये भी पढ़ें- छात्रवृति घोटाले में सिर्फ धनबाद जिले ने ACB को सौंपी रिपोर्ट, समीक्षा शुरू
एक सप्ताह पहले Scholarship And Cycle Scam के एक और मुख्य आरोपी जिला कल्याण पदाधिकारी आशुतोष कुमार और एक पत्रकार को सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी ने गोड्डा से गिरफ्तार किया था. जबकि दस दिनों पूर्व मामले के दो आरोपी एनजीओ के दो पदिधिकारीयो मुरली श्याम द्विवेदी और आखौर्य विभूति सहाय को हजारीबाग स्थित आवास से गिरफ्तार किया था. इस कांड के मुख्य आरोपी जिला कल्याण पदाधिकारी आशुतोष कुमार को मामले में संलिप्त पाते जाने पर नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. जबकि एक अन्य कल्याण पदाधिकारी भोलानाथ लागुरी पर निलंबन के पश्चात विभागीय कार्यवाई चल रही है.
वहीं, नाजिर इंद्रदेव प्रसाद और अन्य कई अभियुक्त पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिए गए थे. इसके अलावे अन्य की तलाश जारी है. इन आरोपियों पर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य अगलगी की घटना को अंजाम देने का भी आरोप है. इस मामले में तत्कालीन डीसी संदीप सिंह के निर्देश पर चतरा सदर थाना में निवर्तमान जिला कल्याण पदाधिकारी साधना जयपुरियार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले को लेकर सदर थाना में दर्ज कांड 165/18 के तहत मामले में संलिप्त आरोपियों के विरुद्ध चतरा पुलिस निरंतर कार्रवाई कर रही है.