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बिना डॉक्टर और स्टाफ किस काम के अस्पताल, पाण्डेयपुरा में लोग परेशान - हण्टरगंज

झारखंड में सेहत सुविधाएं चकाचक दिखाने के लिए आधा-अधूरी व्यवस्थाओं पर ही नवनिर्मित अस्पतालों के उद्घाटन किए जा रहे हैं. ताजा मामला हण्टरगंज के पाण्डेयपुरा (pandeypura hospital in Chatra) का है, जहां बिना स्टाफ और बुनियादी सुविधा के ही अस्पताल भवन का उद्घाटन कर दिया गया. लेकिन दो माह बाद भी अस्पताल में ताला लगा है.

pandeypura hospital in Chatra
पाण्डेयपुरा अस्पताल
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Published : Aug 18, 2021, 1:13 PM IST

Updated : Aug 19, 2021, 10:41 AM IST

चतरा: जिले में कोरोना से जंग दिखावटी साबित हो रही है. जब महामारी का लोगों पर शिकंजा कस रहा था और अस्पतालों में लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो हण्टरगंज के पाण्डेयपुरा में नए बने अस्पताल भवन (pandeypura hospital in Chatra) का उद्घाटन कर दिया गया. लेकिन अब तक यहां डॉक्टर्स की नियुक्ति नहीं हो सकी है. इससे अभी तक अस्पताल में ताला बंद है और लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

ये भी पढ़ें-झारखंड में कहीं कोरोना मरीज लौटाए जा रहे, कहीं अस्पताल को उद्घाटन और मरीज का इंतजार

स्थानीय युवा रोहित कुमार का कहना है कि पाण्डेयपुरा गांव और आसपास के इलाके में करीब 40 हजार की आबादी है. लेकिन यहां सेहत सुविधा दुरुस्त नहीं की जा सकी है. इस गांव से 15 किलोमीटर दूर इमामगंज और इतनी ही दूर चतरा का हण्टरगंज है, जहां इलाज के लिए लोगों को जाना पड़ता है.

pandeypura hospital in Chatra was inaugurated by Minister Satyanand Bhokta without posting of doctors and staff
पाण्डेयपुरा का नवनिर्मित अस्पताल भवन

इसी को लेकर यहां स्वास्थ्य केंद्र (pandeypura hospital in Chatra) बनवाया गया, जिसका उद्घाटन श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने 11 जून 2021 को कर दिया था. लेकिन चिकित्सक और स्टाफ की पदस्थापना न होने से अब भी अस्पताल में ताला लगा है, जिससे अस्पताल का कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

देखें पूरी खबर

अस्पताल में न बिजली की व्यवस्था और न पानी की

पाण्डेयपुरा के मोहन साहू का कहना है कि अभी नवनिर्मित अस्पताल में न तो बिजली की वायरिंग की गई है और न तो पानी की व्यवस्था ही की जा सकी है. इससे पाण्डेयपुरा अस्पताल की लाभ मिलने में और देरी होने की आशंका है. यहां के समाजसेवी घनश्याम प्रसाद का कहना है कि प्रशासन कोरोना महामारी से लड़ने का सिर्फ दिखावा कर रहा है.

' न जाने क्या देखा मंत्रीजी ने'

अस्पताल में व्यवस्था किए बगैर ही जनता को अच्छा संदेश (फील गुड) कराने के लिए मंत्रियों से फीता कटवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पाण्डेयपुरा के अस्पताल का भी झारखंड के श्रम नियोजन और प्रशिक्षण सह कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने उद्घाटन किया था, लेकिन अब तक यहां डॉक्टर की नियुक्ति नहीं की गई है, जबकि मंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया था.

pandeypura hospital in Chatra
पाण्डेयपुरा अस्पताल गेट पर ताला

ये भी पढ़ें-नर्सों की घोर कमी से जूझ रहे सरकारी अस्पताल, निजी नर्सिंग होम्स को भी है इंतजार

डॉक्टर और स्टाफ की जल्द हो नियुक्ति

ग्रामीण अशोक कुमार, विकी कुमार, अमित कुमार, आशुतोष कुमार, संदीप कुमार, प्रिंस कुमार का कहना है कि जब हण्टरगंज के पाण्डेयपुरा में अस्पताल भवन का उद्घाटन हुआ तो उम्मीद थी कि छोटी बीमारियों के लिए भटकने से मुक्ति मिलेगी. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने यहां जल्द डॉक्टर और स्टाफ की पदस्थापना करने की मांग की है.

क्या बोले मंत्री सत्यानंद

पाण्डेयपुरा अस्पताल में स्टाफ की नियुक्ति नहीं होने पर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि जिले में जितने डॉक्टर और स्टाफ हैं, उसके हिसाब से जगह-जगह हम नियुक्ति करा रहे हैं. पाण्डेयपुरा अस्पताल में भी जल्द स्टाफ की व्यवस्था कराई जाएगी.

चतरा: जिले में कोरोना से जंग दिखावटी साबित हो रही है. जब महामारी का लोगों पर शिकंजा कस रहा था और अस्पतालों में लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो हण्टरगंज के पाण्डेयपुरा में नए बने अस्पताल भवन (pandeypura hospital in Chatra) का उद्घाटन कर दिया गया. लेकिन अब तक यहां डॉक्टर्स की नियुक्ति नहीं हो सकी है. इससे अभी तक अस्पताल में ताला बंद है और लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

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स्थानीय युवा रोहित कुमार का कहना है कि पाण्डेयपुरा गांव और आसपास के इलाके में करीब 40 हजार की आबादी है. लेकिन यहां सेहत सुविधा दुरुस्त नहीं की जा सकी है. इस गांव से 15 किलोमीटर दूर इमामगंज और इतनी ही दूर चतरा का हण्टरगंज है, जहां इलाज के लिए लोगों को जाना पड़ता है.

pandeypura hospital in Chatra was inaugurated by Minister Satyanand Bhokta without posting of doctors and staff
पाण्डेयपुरा का नवनिर्मित अस्पताल भवन

इसी को लेकर यहां स्वास्थ्य केंद्र (pandeypura hospital in Chatra) बनवाया गया, जिसका उद्घाटन श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने 11 जून 2021 को कर दिया था. लेकिन चिकित्सक और स्टाफ की पदस्थापना न होने से अब भी अस्पताल में ताला लगा है, जिससे अस्पताल का कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

देखें पूरी खबर

अस्पताल में न बिजली की व्यवस्था और न पानी की

पाण्डेयपुरा के मोहन साहू का कहना है कि अभी नवनिर्मित अस्पताल में न तो बिजली की वायरिंग की गई है और न तो पानी की व्यवस्था ही की जा सकी है. इससे पाण्डेयपुरा अस्पताल की लाभ मिलने में और देरी होने की आशंका है. यहां के समाजसेवी घनश्याम प्रसाद का कहना है कि प्रशासन कोरोना महामारी से लड़ने का सिर्फ दिखावा कर रहा है.

' न जाने क्या देखा मंत्रीजी ने'

अस्पताल में व्यवस्था किए बगैर ही जनता को अच्छा संदेश (फील गुड) कराने के लिए मंत्रियों से फीता कटवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पाण्डेयपुरा के अस्पताल का भी झारखंड के श्रम नियोजन और प्रशिक्षण सह कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने उद्घाटन किया था, लेकिन अब तक यहां डॉक्टर की नियुक्ति नहीं की गई है, जबकि मंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया था.

pandeypura hospital in Chatra
पाण्डेयपुरा अस्पताल गेट पर ताला

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डॉक्टर और स्टाफ की जल्द हो नियुक्ति

ग्रामीण अशोक कुमार, विकी कुमार, अमित कुमार, आशुतोष कुमार, संदीप कुमार, प्रिंस कुमार का कहना है कि जब हण्टरगंज के पाण्डेयपुरा में अस्पताल भवन का उद्घाटन हुआ तो उम्मीद थी कि छोटी बीमारियों के लिए भटकने से मुक्ति मिलेगी. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने यहां जल्द डॉक्टर और स्टाफ की पदस्थापना करने की मांग की है.

क्या बोले मंत्री सत्यानंद

पाण्डेयपुरा अस्पताल में स्टाफ की नियुक्ति नहीं होने पर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि जिले में जितने डॉक्टर और स्टाफ हैं, उसके हिसाब से जगह-जगह हम नियुक्ति करा रहे हैं. पाण्डेयपुरा अस्पताल में भी जल्द स्टाफ की व्यवस्था कराई जाएगी.

Last Updated : Aug 19, 2021, 10:41 AM IST
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