चतराः जिले के राजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खिरगड़ा गांव में अंधविश्वास डायन-बिसाही को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प में वृद्ध की हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. हालांकि विवाद का एक पहलू जमीन भी है. पीड़ित परिवार के लोगों ने आरोपियों के खलिहान में आग लगाते हुए बाईक व घर की चारदीवारी को क्षतिग्रस्त कर दिया है.
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हालांकि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची राजपुर थाना पुलिस ने मामले को शांत कराते हुए गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है. वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने सदर अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच में जुट गई है. जानकारी के अनुसार गांव में दो गुटों के बीच विगत 20 वर्षों से भूमि विवाद चलता आ रहा है. इसी विवाद को लेकर दोनों गुटों में दर्जनों बार हिंसक झड़प भी हुई है,
पूर्व में भी एक की मौत
इसमें पूर्व में भी एक व्यक्ति की मौत हुई थी. मामले की गंभीरता को लेकर कन्हाचट्टी अंचल अधिकारी ने दो दिन पूर्व गांव में बैठक कर दोनों पक्षों से भूमि दस्तावेज की मांग भी की थी, लेकिन दस्तावेज अंचल कार्यालय में जमा करने के बजाय दोनों पक्ष के लोग फिर से आपस में भिड़ गए. मारपीट की इस घटना में 75 वर्षीय एक वृद्ध को अपनी जान तक गंवानी पड़ी. मृतक के पुत्र का आरोप है कि उसके पिता घर से शौच के लिए बाहर निकले थे. इसी दौरान उन्हें अकेला पाकर विरोधी गुट के लोगों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया.
खलिहान में आग लगाई
घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के खलिहान में आग लगाते हुए उसकी बाइक को पूरी तरह क्षतिग्रस्त करते हुए उसके घर और घर के समीप बनी चारदीवारी में भी तोड़फोड़ की.
वहीं आरोपियों का आरोप है कि जब कभी भी गांव में विवाद उत्पन्न होता है उन पर डायन बिसाही का संगीन आरोप लगाकर उन्हें और उनके पूरे परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है.
आरोपियों के अनुसार वृद्ध की मौत हार्ट अटैक या दुर्घटना के चपेट में आने से हुई है. जिसे लोग हत्या का रूप देने पर तुले हैं. बहरहाल पुलिस गांव में कैंप कर रही है. पुलिस तत्काल मामले में कैमरे के सामने कुछ भी कहने से कतरा रही है. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.