चतरा: जेवीएम नेत्री नीलम देवी को बीजेपी में शामिल कराना विवादों के घेरे में आ गया है. प्रदेश नेतृत्व के इस निर्णय के विरुद्ध में जिला कमेटी बगावती मूड में है. नीलम के पार्टी में शामिल होने के बाद से सीटिंग सांसद सुनील सिंह का टिकट कटना तय माना जा रहा है. इन कयासों के बीच जिला अध्यक्ष अशोक शर्मा समेत जिला कमेटी के अन्य नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व के निर्णय के विरुद्ध हल्ला बोल दिया है.
नीलम देवी का बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी में विवाद बढ़ने लगा है. चतरा के मौजूदा सांसद सुनील सिंह इस फैसले से नाखुश हैं. वहीं, कार्यकर्ताओं ने सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश नेतृत्व कौन होता है, बगैर जिला कमेटी से सहमति लिए जिले के किसी भी नेता को पार्टी में शामिल कराने वाला.
इधर, पार्टी के स्वक्षता मिशन के प्रदेश सह संयोजक अजय सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि पार्टी प्रदेश नेतृत्व का खेती बारी नहीं है, जो किसी को भी शामिल कराकर चुनाव लड़वा ले. उन्होंने कहा है कि प्रदेश नेतृत्व के निर्णय से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है. अगर कार्यकर्ताओं के भावनाओं का ख्याल नहीं किया गया तो जिला कमेटी के साथ-साथ प्रखंड और पंचायत कमेटी तक के नेता और कार्यकर्ता सामूहिक स्तीफा दे देंगे.
अजय सिंह ने कहा कि पार्टी प्रत्याशी को हराने के लिए स्वतंत्र प्रत्याशी मैदान में उतार कर उसके माथे पर जीत का शेहरा पहनाएंगे. विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में कई दिग्गज नेता हैं जिसके अंदर न तो पार्टी का संस्कार है और न ही नीति और सिद्धांत का पालन करती है. वैसे लोगों को एक दिन पहले पार्टी में लाकर प्रत्याशी बना देना संगठन के नीति और सिद्धान्त के विरुद्ध हैं.
इस दौरान नेताओं ने यह भी कहा है कि पूर्व में भी प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व के ऐसे निर्णय से पार्टी को क्षति हुई है. कई सिटिंग सांसदों का टिकट काटकर नए लोगों को मौका दिया गया है. जिसके कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था.