चतरा: जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत सलगी गांव के संजीत भुईयां के परिवार को किसी फरिश्ते का इंतजार है जो उनके बच्चों का इलाज करा सके. दरअसल, गरीब परिवार से तालुक्कात रखने वाले संजीत के दो बच्चे हैं. इनमें तीन वर्षीय सुजीत और पांच वर्षीय प्रीति दोनों ही थैलीसीमिया रोग से पीड़ित है. इन्हें प्रतिमाह हजारों रुपये खर्च कर खून चढ़ाया जाता है. ताकि उनकी जीवन की पहिया निरंतर प्रगतिशील रहे.
प्रतिमाह हजारों रुपये खर्च कर रहे उनके पिता के समक्ष अब आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है. वे अपनी जमीन-जायदाद सब बच्चों के इलाज के लिए बेच चुके हैं. उनके पास अब बच्चों का इलाज कराने का कोई साधन नहीं है. ऐसे में उन्हें अब सिर्फ और सिर्फ मदद की आस है. अगर उन्हें आर्थिक मदद नहीं मिलती है तो न सिर्फ प्रतिमाह जिंदगी और मौत से जूझ रहे उनके दोनों मासूम बच्चों की उपचार के अभाव में मौत हो जाएगी बल्कि संजीत का पूरा परिवार भी बिखर जाएगा.
यह भी पढ़ें- बेरहम टीचर! मासूम बच्चे को दी ऐसी सजा, मुंह,नाक से निकलने लगा खून
इलाज के बारे में बात करते हुए संजीत भुईयां का कहना है कि थैलीसीमिया रोग से पीड़ित उसके दोनों बच्चों को प्रतिमाह खून की कमी हो जाती है. ऐसे में उनकी जिन्दगी बचाने के लिए प्रतिमाह उन्हें एक-एक यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती है. जिसे खरीदने में उनका घर-जमीन सबकुछ बिक चुका है. ऐसे में खून का इंतजाम करना अब मुश्किल होने लगा है. जिससे दोनों बच्चों पर मौत का साया मंडराने लगा है. संजीत अब उन्हें सरकारी और आम लोगों की सहायता की सख्त आवश्यकता है तभी बच्चों की जान बच सकती है.